किसान मजदूर परिषद एवं किसान आदिवासी संगठन ने सांसद दर्शन सिंह को ज्ञापन दिया

Rohit Nage

इटारसी। किसान मजदूर परिषद मध्यप्रदेश (Kisan Mazdoor Parishad Madhya Pradesh) एवं किसान आदिवासी संगठन केसला (Kisan Tribal Organization Kesla) ने केसला (Kesla) के मंगल भवन में सांसद दर्शन सिंह चौधरी (MP Darshan Singh Choudhary) को तीन ज्ञापन सौंपे। प्रथम ज्ञापन देश के सभी सांसदों के लिए एवं प्रधानमंत्री के लिए तैयार किया था।

10 जुलाई 2024 को नई दिल्ली में संपन्न संयुक्त किसान मोर्चा की राष्ट्रीय परिषद में स्वीकृत मांग पत्र में तात्कालिक मांगें जो 1 से लेकर 12 बिंदु तक हैं एवं नीतिगत मांगें जो 1 से लेकर 8 बिंदू तक हैं एवं दूसरे एवं तीसरे ज्ञापन में संसदीय क्षेत्र के किसान मजदूर की विभिन्न समस्याओं को लेकर उनका अध्ययन करके जिसमें जिले के विस्थापित वनग्रामों के किसान को प्रधानमंत्री सम्मान निधि से वंचित रखे जाने संबंधित है। जिनका विस्थापन का 10 से 15 वर्ष हो चुका है।

वनग्रामों कांकड़ी, धांई, साकोट, मालिनी, बोरी, पोढार, जाम, रतीबंदर, चूरना, भाड़भूड़, सांकई, मल्लूपुरा, झालई, माना, खकरापुरा, श्रीढाना, खामदा, काजरी, रोरिघाट वदकछार, घोड़ानार, परसा पानी आदि तीसरे ज्ञापन में स्थाई वनग्राम एवं विस्थापित वनग्रामों के किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से वंचित रखा जा रहा है। जिन्हें पूर्व में 2020-21 में एक बार फसल बीमा का लाभ प्राप्त करा दिया गया है। इसके बाद से अभी तक उन्हें लाभ नहीं दिया गया है।

सांसद दर्शन सिंह चौधरी को सौंपे ज्ञापन में एक ज्ञापन प्रधानमंत्री के नाम भी था, जो सांसद को ही दिया। सांसद ने तीनों ज्ञापन की पावती अपने हाथों से संगठन कार्यकर्ता फागराम (Phagram) को दिया। इस मौके पर किसान मजदूर परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं किसान आदिवासी संगठन के फागराम, कपिल खण्डेलवार, बिस्तोरी बाई, जगबती बाई, ममता बाई, पूनम, संतोष, हरिराम, सुंदरलाल, सुनील, सुरेश, रामेश्वर, दीपक वंशगोपाल आदि मौजूद थे।

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