रेल ग्रिलिंग मशीन पटरी से उतरने की सूचना इटारसी और भोपाल में बजे हूटर

Post by: Rohit Nage

Hooters sounded in Itarsi and Bhopal informing about rail grilling machine derailment
Bachpan AHPS Itarsi
  • तत्काल मौके पर पहुंची दुर्घटना राहत चिकित्सा वेन
  • रेलवे के आला अधिकारी और पुलिस जवान भी पहुंचे

इटारसी। सुबह 11: 56 बजे नर्मदापुरम स्टेशन मास्टर द्वारा भोपाल कंट्रोल रूम को सूचना दी गई कि बुदनी-नर्मदापुरम खंड पर एक इंजीनियरिंग मशीन (रेल ग्रिलिंग मशीन – RGM) पटरी से उतर गई है, जिससे 10-12 रेलवे कर्मचारी घायल हो गए हैं। इस सूचना के आधार पर तत्काल प्रतिक्रिया शुरू की गई। भोपाल और इटारसी में हूटर बजाकर आपातकालीन स्थिति की तैयारी की गई। भोपाल और इटारसी से दुर्घटना राहत चिकित्सा वैन (ARMV) को समय पर तैयार कर रवाना किया।

भोपाल से दुर्घटना राहत ट्रेन (ART) को भी त्वरित रूप से तैयार किया। इस दौरान सहायक मंडल संरक्षा अधिकारी ममलेश यादव, इंजीनियरिंग, सिग्नल और ट्रैफिक विभाग के सेफ्टी काउंसलर, सहायक मंडल अभियंता भोपाल, सभी विभागों के पर्यवेक्षक, जीआरपी, आरपीएफ तथा पुलिस घटनास्थल पर समय पर पहुंच गए। इसी के साथ डीआरएम कार्यालय भोपाल में मंडल रेल प्रबंधक और अन्य शाखा अधिकारी स्थिति पर नजर रखने के लिए तुरंत कंट्रोल रूम में पहुंचे।

सभी कर्मचारी जब मौके पर पहुंचे तो उनको सूचना दी गई कि यह केवल मॉकड्रिल था। इस मॉक ड्रिल को दोपहर 12:32 बजे सफलतापूर्वक पूरा घोषित किया। मंडल रेल प्रबंधक देवाशीष त्रिपाठी के मार्गदर्शन में एवं वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी विजय शंकर गौतम के नेतृत्व में भोपाल मंडल के बुदनी-नर्मदापुरम रेलखंड पर मॉक ड्रिल का सफल आयोजन किया। इस अभ्यास का उद्देश्य आपातकालीन परिस्थितियों में रेलवे की तत्परता, समन्वय और बचाव कार्यों की प्रभावशीलता को परखना था।

यह मॉक ड्रिल आपातकालीन परिस्थितियों में रेलवे कर्मचारियों की तत्परता, समयबद्धता और सतर्कता का परीक्षण करने के लिए आयोजित की गई थी। इस दौरान भोपाल मंडल की टीम ने त्वरित और संगठित कार्रवाई की, जिससे रेलवे की आपातकालीन सेवाओं की दक्षता और प्रभावशीलता का प्रदर्शन हुआ।

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ कटारिया ने बताया कि इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों में रेलवे कर्मचारियों को संगठित और समन्वित प्रतिक्रिया के लिए प्रशिक्षित करना है। इस प्रकार के अभ्यास वास्तविक परिस्थितियों में निर्णय लेने की क्षमता को बेहतर बनाते हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की गतिविधियां यह सुनिश्चित करती हैं कि रेलवे किसी भी आपातकालीन स्थिति में यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए सतर्क और पूरी तरह तैयार है।

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