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स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, साहित्यकार, विचित्र कुमार सिन्हा की स्मृति में 9 विभूतियों का हुआ सम्मान

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नर्मदापुरम। स्व. विचित्र कुमार सिन्हा सच्चे अर्थों में देश भक्त थे, उन्होंने साहित्य के साथ ही देश भक्ति की जो अलख जगाई है वह अनुकरणीय रही है। साहित्य समाजसेवा, पत्रकारिता के साथ ही श्री सिन्हा कई मामलों में सबसे अलग थे। गुना में जन्मे, भोपाल, उज्जैन और तत्कालीन होशंगाबाद में उन्होंने राष्ट्र हित समाज हित के कई कार्य किए। उनके पुत्र केके सक्सेना और पोता विलक्षण सक्सेना द्वारा समाज को अनुकरणीय सीख दी जा रही है।

यह बात वरिष्ठ समाजवादी विचारक व राजनेता रघु ठाकुर ने नर्मदा महाविद्यालय में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी लेखक, कवि, पत्रकार समाजसेवी स्व, विचित्र कुमार सिन्हा की स्मृति में आयोजित समारोह में कही। इस अवसर पर एक फोल्डर का विमोचन भी किया गया। उन्होंने कहा कि श्री सिन्हा ने नारी शक्तिकरण के क्षेत्र में भी बहुत सराहनीय कार्य किए। उनका चिंतन समाजवाद के इर्द गिर्द रहा है। उनकी बेवाकपन की शक्ति उस समय के साहित्यकारों के लिए प्रेरणादायी थी। प्रसिद्ध कवि हरिवंश राय बच्चन के साथ भी उन्होंने कविताएं पढ़ी है। उनके समकालीन कवियों को उनसे बहुत कुछ सीखनों को मिलता था। श्री सिन्हा ने देश भक्ति, साहित्य और समाज को बहुत कुछ दिया है। उनके कार्य किसी एक क्षेत्र में सीमित नहीं थे तभी तो उनका नाम विचित्र कुमार सिन्हा हुआ।

सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने कहा कि देश को आजाद कराने में स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों का योगदान भुलाया नहीं जा सकता है। स्व श्री सिन्हा ने जो देशहित के लिए राष्ट्र भाव जाग्रत किया वह अपने आम में एक मिशाल है। देश को आजाद कराने में श्री सिन्हा जैसे सेनानियों के योगदान का ही परिणाम है कि देश आजाद हो सका। सांसद दर्शन सिंह ने कहा कि राष्ट्रभक्ति किराए का घर नहीं होती, देशहित में मरना पडे तो भी देश भक्ति करने वाले पीछे नहीं हटते हैं।
श्री सिन्हा जो भले ही स्वर्गीय कहला रहे हो लेकिन उन्होंने जो प्रेरणा दी है उससे हम देश को नई दिशा दे सकते हैंं सासद ने कहा कि भारत भूमि जिन विपदाओं से गुजरी है उनको याद करके रोंगटे खडे होते हैं। उन्होंने कहा कि देश आजाद 15 अगस्त 1947 को हुआ है। लेकिन गुलाम कब हुआ था इसका जबाब कोई के पास नहीं है। गुलामी की ज़ंजीर यदि किसी ने तोड़ी है तो श्री सिन्हा जैसे राष्ट्रभक्तों ने ऐसे कार्य किए है।

अध्यक्षता कर रहे विधायक डॉ सीता सरन शर्मा ने स्व सिन्हा की कविता का वाचन किया। उन्होंने कहा कि श्री सिन्हा ने जिस निर्भीकता के साथ कविता लिखी वह अपने आप में एक बड़ा कार्य था। स्वतंत्रता के आंदोलन में हिस्सा लेकर जेल में बंद होकर भी समझौता नहीं किया। डॉ शर्मा ने श्री कृष्ण सरल जी की कविता का भी वाचन किया।
आयोजन समिति के अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार केके सक्सेना ने पूर्व में भोपाल में आयोजित कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। पूर्व कमिश्नर बीके बाथम ने कहा कि वर्तमान समय में केके सक्सेना जैसे पुत्र अपने पिता की स्मृति में जिस प्रकार से लगातार सम्मान समारेाह आयोजित कर उनकी स्मृति का संजोकर एक अनुकरणीय पहल प्रस्तुत की है।

सड़क के नाम का प्रस्ताव नपा की परिषद में रखा जाएगा

नपा के उपाध्यक्ष अभव वर्मा ने कहा कि समिति के द्वारा नगर पालिका से मांग की गई है कि स्व. विचित्र कुमार सिन्हा के नाम से नर्मदा महाविद्यालय के सामने से सर्किट हाउस तक मार्ग का नामकरण श्री सिन्हा के नाम से किया जाए। नपाध्यक्ष की ओर से सहमति दी गई है। इस प्रस्ताव को परिषद की आगामी बैठक में रखा जाएगा।

9 विभूतियां का हुआ सम्मान

स्व. सिन्हा की स्मृति में समाज के विभिन्न क्षेत्रों की 9 विभूतियों को स्म्मानित किया गया। जिनमें स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सम्मान के लिए बैतूल के डॉ. कृष्णा मोदी, कर्मठ राजनीतिज्ञ सम्मान क्षेत्र के वरिष्ठ नेता पं गिरिजा शंकर शर्मा, पत्रकारिता सम्मान नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार पंकज पटेरिया के स्वास्थ्य ठीक नहीं रहने पर उनका सम्मान उनके भांजे पीयूष मिश्रा को दिया गया। समाजसेवी सम्मान इटारसी के समाजसेवी गोपाल सिद्धवानी, साहित्यसेवी सम्मान नर्मदा महाविद्यालय के हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ कृष्ण गोपाल मिश्र, पत्र छायाकार सम्मान वर्षों से प्रेस फोटोग्राफर रहे लोकेश तिवारी, के साथ ही गंगाप्रसाद श्रीवास्तव स्मृति कुशल प्रशासक सम्मान नर्मदापुरम रेंज के डीआईजी आईपीएस प्रशांत खरे, विजय गुप्ता स्मृति विधि सेवी सम्मान बीते 56 वर्षों से सतत वकालात करने वाले संभाग के वरिष्ठ अधिवक्ता एसएस ठाकुर, व जन संचार सेवी सम्मान भोपाल के अवनीश सोमकुंवर और रक्तदाता कमलेश चौधरी को सम्मानित किया गया।

समारेाह में आयोजन समिति के में संरक्षक पं गिरिमोहन गुरू शास्त्री नित्यगोपाल कटारे, अध्यक्ष केके सक्सेना, उपाध्यक्ष बलराम शर्मा अभय वर्मा शैलेंद्र नाथ श्रीवास्तव कार्यक्रम सांस्कृतिक सचिव विजय प्रकाश श्रीवास्तव, तुकाराम यादवेश, पंकज शुक्ला, भानू प्रकाश श्रीवास्तव, मनोज सोनी, कोषाध्यक्ष श्रीमती भावना सक्सेना, नंद किशोर यादव, शरीफ राइन, संगठन सह सचिव श्याम राय, कमल चव्हाण कार्यकारिणी पीयूष शर्मा, कमलेश चौधरी, अजय निगम, सजेंद्र श्रीवास्तव, श्रीमती रश्मि शर्मा श्रीमती हिना अली, सुश्री खुशबू बूलचंदानी गजेंद्र राजपूत, प्रकाश शर्मा का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम स्थल पर वरिष्ठ समाजसेवी पं भवानी शंकर शर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता केके थापक, रामराज सिंह ठाकुर, विजया कदम, सहित अन्य अधिवक्ता कालेज के प्राचार्य रामकुमार चौकसे, वरिष्ठ पत्रकार प्रफुल्ल तिवारी, आशीष दीक्षित, विपिन महंत, सहित अन्य अनेक गणमान्य नागरिक शामिल रहे। संचालन विलक्षण सक्सेना ने तथा आभार प्रदर्शन बलराम शर्मा ने किया।

Rohit Nage

Rohit Nage has 30 years' experience in the field of journalism. He has vast experience of writing articles, news story, sports news, political news.

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