इटारसी । गौसेवा के लिए समर्पित ‘टीम इटारसी गौसेवक’ ने परशुराम भवन में एक बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में शहर और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में समाजसेवियों, गौसेवकों और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भाग लिया। इस बैठक में गौसंरक्षण और आवारा पशुओं की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई और कई अहम फैसले लिए गए।
बैठक में इटारसी नगर टोली, टीम ‘कर भला सो हो भला’, ब्राह्मण सेना, करणी सेना, विश्व हिंदू परिषद, अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद, दुर्गा वाहिनी, और मध्य प्रदेश रक्तदान ग्रुप सहित कई प्रमुख संगठनों के प्रतिनिधियों ने उपस्थिति दर्ज कराकर गौसेवा के प्रयासों को समर्थन दिया। इस दौरान दिल्ली, हरिद्वार, ग्राम बमुरिया और बिछुआ से भी गौसेवक साथियों ने शिरकत की।
बैठक में लिए प्रमुख निर्णय
गौसेवकों द्वारा सर्वसम्मति से कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर लिए निर्णय में गौसेवक सूचना का अधिकार (RTI) का उपयोग कर इटारसी में पंजीकृत गौशालाओं की संख्या, उनमें मौजूद गायों और उनकी व्यवस्था की जानकारी लेंगे। यदि किसी गौशाला में कम गायें पाई जाती हैं, तो सरकारी संपत्ति का अवैध उपयोग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सरकार द्वारा गौग्रास और कांजी हाउस के लिए आवंटित जमीनों पर हुए अवैध कब्जों को हटाया जाएगा। इन जमीनों पर गौ उपचार केंद्र खोले जाएंगे। समर्थन देने वाले सभी संगठनों के सहयोग से पहले नगर और फिर पूरे जिले में एक ‘महा गौ रक्षा अभियान’ चलाया जाएगा।
‘मैं हूँ गौसेवक’ अभियान
इस अभियान के तहत पूरे जिले में नए गौसेवक सदस्य बनाए जाएंगे, ताकि गौसेवा के कार्य को और अधिक व्यापक बनाया जा सके। इटारसी के 34 वार्डों में से प्रत्येक में एक प्रमुख गौसेवक तैयार किया जाएगा, जो अपने वार्ड में किसी भी घायल गौमाता को तुरंत प्राथमिक उपचार दे सकेगा। इटारसी में गौमाता की समस्याओं को कलेक्टर तक पहुँचाने के लिए जनसुनवाई के माध्यम से ज्ञापन सौंपा जाएगा। गौमाता को रोटी उपलब्ध कराने के लिए शहर की प्रमुख कॉलोनियों में एक विशेष वाहन चलाया जाएगा, जिस तरह कचरा संग्रहण के लिए लाखों की गाड़ियाँ चल रही हैं। सहकारी पशु चिकित्सा प्रभारी डॉ. शिल्पा चौधरी के इटारसी में गौसेवा के प्रति निष्क्रिय रवैये के कारण उनके स्थानांतरण की मांग की जाएगी।
सुखतवा की प्रभारी डॉ. ज्योति नेवड़े पर सहकारी पद पर होते हुए भी इटारसी में निजी प्रैक्टिस करने के कारण कानूनी कार्रवाई की मांग की जाएगी। खेड़ा क्षेत्र और पुरानी इटारसी के हाईवे को आवारा गौमाता से मुक्त कराकर उन्हें उचित और सुरक्षित स्थान दिया जाएगा। बैठक में यह भी तय किया गया कि भविष्य में हर महीने गौसेवकों की बैठक आयोजित की जाएगी ताकि गौसेवा के कार्यों की समीक्षा की जा सके।








