रोगी को सड़क पर छोड़ जाने की घटना अमानवीय और निंदनीय, मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दिए जांच के निर्देश
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM shivraj Singh Chouhan)ने कोरोना मरीज को अस्पताल (Hospital) के बाहर छोड़ने की घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए घटना की जाँच (investigation) के आदेश (Order) दिये है। उन्होंने कहा कि यह घटना अमानवीय(
Inhuman) और निंदनीय है। घटना के दोषी लोगों के विरुद्ध कार्यवाही की जाए।
समीक्षा बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश में इस पखवाड़े प्रति मिलियन 1516 टेस्ट किए जा रहे हैं। प्रदेश में अप्रैल माह में यह संख्या मात्र 26 थी। हर पखवाड़े यह संख्या बढ़कर क्रमश: 222, 466, 816, 878, 1204 हुई। बीते पखवाड़े अर्थात 22 जून से 7 जुलाई के मध्य हुए टेस्ट में यह प्रति मिलियन टेस्ट की संख्या 1500 को पार कर गई है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोविड -19 नियंत्रण प्रयासों की जिलेवार जानकारी प्राप्त की। खण्डवा जिले की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खण्डवा मेडिकल कॉलेज द्वारा टेस्टिंग और उपचार कार्य की जानकारी ली। खण्डवा मेडिकल कॉलेज में इस समय आईसीयू में 6 रोगी भर्ती हैं। कुल 41 हजार लोगों का स्वास्थ्य सर्वे किया गया। कलेक्टर खण्डवा ने बताया कि जिले में किल-कोरोना अभियान के अंतर्गत डोर-टू-डोर सर्वे के कार्य के अलावा मेडिकल स्टोर के माध्यम से सर्दी-खांसी और बुखार के रोगियों को चिन्हित कर संबंधित परिवारों की स्वास्थ्य जांच करवाई गई है। इसके अच्छे परिणाम प्राप्त हुए। जिन 510 लोगों की स्वास्थ्य जांच हुई उनमें से 16 पॉजीटिव रोगी पाए गए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खण्डवा में अपनाई गई इस पद्धति को जारी रखने के लिए कहा।
मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने कोरोना वायरस की मॉनीटरिंग में खण्डवा जिले में हुए नवाचार को अन्य जिलों में अपनाये जाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जिस तरह भोपाल में प्रारंभ में बाहर से आए व्यक्तियों के आगमन के बाद आवश्यक एहतियात बरती गई और कांटेक्ट ट्रेसिंग का कार्य नियमित हुआ, उसे अभी भी अमल में लाना चाहिए। खण्डवा जिले में अब तक 7105 सेंपल लिए गए हैं। कुल 358 पॉजीटिव केस हैं, जिनमें 64 एक्टिव केस हैं।बैठक में जानकारी दी गई की प्रदेश में इस सप्ताह करीब साढ़े तीन करोड़ व्यक्तियों का किल-कोरोना अभियान के अंतर्गत सर्वे किया गया है। सर्वे में अब तक लगभग 57 हजार नागरिक संदिग्ध पाए गए, 27 हजार 808 लोगों के सेंपल लिए गए हैं। सोमवार को कुल 6 हजार 543 सेंपल लिए गए। इनमें से 403 व्यक्ति पॉजीटिव पाए गए, जिनका उपचार किया जा रहा है।
कलेक्टर (Collector) ने दिए मजिस्ट्रियल जाँच के आदेश
भोपाल। कलेक्टर (Collector) एवं जिला दण्डाधिकारी भोपाल अविनाश लवानिया (Avinash Lavaniya) ने रोगी (Patient) को सड़क (Road) पर छोड़कर जाने की घटना की मजिस्ट्रियल जाँच के आदेश दिये हैं। जाँच अपर जिला मजिस्ट्रेट सतीश कुमार द्वारा की जाएगी।
मजिस्ट्रियल जाँच में शामिल बिन्दु इस प्रकार हैं –
यदि रोगी 23 जून, 2020 से पीपुल्स जनरल हॉस्पिटल (People’s General Hospital), मालवीय नगर, भोपाल में भर्ती था, तो ऐसी कौन-सी परिस्थिति उत्पन्न हुई कि उसे अन्य अस्पताल में रैफर (Refer) करने का निर्णय लिया गया।
क्या अन्य अस्पताल में रैफर (Refer) करने के पूर्व रोगी (Patient) के परिवार को मौजूद स्थिति की पूरी जानकारी दी गई थी एवं मरीज (Patient) की शिफ्टिंग के लिये सहमति प्राप्त की गई थी।
क्या मरीज (Patient) को शिफ्ट करते समय ऐसे रैफर(Refer) एवं ट्रांसफर करने के लिये समय-समय पर जारी नियमों एवं प्रोटोकॉल का पालन किया गया था।
किन कारणों से मरीज (Patient) को एम्बुलेंस (Ambulance) से वापस लाने की स्थिति निर्मित हुई थी।
किन परिस्थितियों में रोगी (Patient) मृत्यु (Death) हुई। क्या इसके लिए कोई जिम्मेदार (Responsible) है। इसके अतिरिक्त जाँच के दौरान अन्य बिन्दु जो दृष्टिगत होंगे, उनको भी जाँच में लिया जाएगा।