- – स्नेह और सहानुभूति के अधिकारी होते हैं एड्स रोगी : उपरारिया
इटारसी। भगवान बिरसा मुंडा शासकीय महाविद्यालय सुखतवा में मध्य प्रदेश, राज्य एड्स नियंत्रण समिति, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, मध्य प्रदेश के द्वारा विश्व एड्स जागरूकता के उपलक्ष्य में जागरुकता कार्यशाला से समापन हुआ। आज प्राचार्य श्रीमती कामधेनु पटोदिया के मार्गदर्शन व संरक्षण एवं रेड रिबन क्लब एवं एनएसएस की संयुक्त इकाई के तत्वावधान में महाविद्यालय के विद्यार्थियों के बीच एचआईवी/ एड्स जन जागरूकता व्याख्यान कार्यक्रम समारोह का आयोजन किया।
रेड रिबन क्लब प्रभारी डॉ. राधा आशीष पांडे ने एचआईवी/एड्स के प्रसार को रोकने के लिए जन जागरूकता कितना जरूरी? इस पर संक्षेप में अपना विचार रखे। अतिथि वक्ताओं नरेंद्र यादव टीबी सुपरवाइजर, बसंत सोनी, परामर्श दाता प्रभारी गणेश उपरारिया की मुख्य उपस्थिति में प्रारंभ हुआ। बसंत सोनी ने विद्यार्थियों को अपने एनजीओ के द्वारा एड्स पर किए जा रहे कार्यों से अवगत कराया। आईसीटीसी परामर्शदाता प्रभारी गणेश उपरारिया ने बताया कि हमारे विभाग के द्वारा एड्स से पीडि़त व्यक्तियों की जानकारी पूर्ण रूप से गुप्त रखी जाती है एवं हमेशा उन्हें स्नेह एवं प्यार की भाषा से समझाकर अपने पास रखा जाता है।
श्री उपरारिया ने बताया कि इस समय एड्स युवाओं में ज्यादा फैल रहा है क्योंकि युवा इसके प्रति अनभिज्ञ नहीं हैं परंतु अभिज्ञता प्रदर्शित करते हैं, नादान नहीं हैं परंतु नादान बनते हैं। उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्तर पर एचआईवी की जांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में, द्वितीय स्तर पर तहसील स्वास्थ्य केंद्र में, तृतीय एवं चतुर्थ स्तर पर जांच जिला स्तर पर एवं राज्य स्तर पर कराई जाती है एवं इसकी पूर्ण जानकारी समस्त गुप्त रखी जाती है। एड्स पीडि़त रोगी को समय-समय पर विभाग के द्वारा दवाइयां उपलब्ध कराई जाती हैं एवं उन्हें मानसिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए अनेक बातें बताई जाती है। डॉ. मंजू मालवीय ने विद्यार्थियों से संवाद स्थापित करते हुए व्यवहारिक जीवन में एचआईवी एड्स के विभिन्न पहलुओं को रेखांकित किया। जिज्ञासु विद्यार्थियों के सारे प्रश्नों का जवाब गणेश उपरारिया ने दिया।
प्राचार्य श्रीमती कामधेनु पटोदिया ने बताया कि यह बीमारी छुआछूत की बीमारी नहीं है, इससे बचा जा सकता है। अत इससे बचने के कारणों को जाने एवं अपने जीवन को सफल बनाएं। विशेष वक्ता नरेंद्र यादव ने टीवी के बारे में महाविद्यालय में दैनिक छात्र-छात्राओं को बताया की टीबी की बीमारी छुआछूत की बीमारी है, यदि किसी व्यक्ति को 15 दिन से ज्यादा लगातार खांसी चल रही है तो उसे अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर की जांच करना चाहिए। एनएसएस अधिकारी डॉ राधा आशीष पांडे ने भी अपने विचार रखे। संचालन रेड रिबन क्लब प्रभारी डॉ. राधा आशीष पांडे ने, धन्यवाद ज्ञापन डॉ सतीश ठाकरे ने किया। शैक्षणिक स्टाफ में रेड रिबन क्लब प्रभारी डॉ. प्रवीण कुशवाहा, श्रीमती संध्या उपाध्याय, डॉ धीरज गुप्ता उपस्थित रहे।