होशंगाबाद। बाढ़ के बाद जिंदगी को पटरी पर लाने के लिए सेना (Army) और एनडीआरएफ (NDRF) ने मोर्चा संभाल लिया है। एनडीआरएफ की एक टीम ने होशंगाबाद के ग्राम जासलपुर (Jasalpur) टील में 17 लोगों का रेस्क्यू (rescue) कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
सेना के जवान विकासखंड बाबई (Babai) के ग्राम खरगावली(Khargawali) , तमचरू (Tamcharu), बीकोर (Bikor), जनकपुर (Janakpur), मुडिय़ाखेड़ा (Mudiyakheda) में बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। मौके पर कलेक्टर धनंजय सिंह (Dhananjay singh) पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह गौर(Santosh Singh Gaur), तहसीलदार आलोक पारे (Alok pare)भी मौजूद हैं।
तवा केे सभी गेट बंद, बारना के घटाए
बारिश में कमी के बाद आज सुबह 10 बजे जलसंसाधन विभाग ने तवा बांध के सभी गेट बंद कर दिये हैं। इसके अलावा अन्य बांध के गेट भी कम किये गये हैं। बाढ़ नियंत्रण कक्ष की जानकारी के अनुसार सुबह 10 बजे तवा बांध के सभी गेटों को बंद कर दिया है जबकि बारना बांध के चार से दो गेट 1.7 मीटर की ऊंचाई तक कर दिये हैं जिनसे 9016 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। दोपहर 12 बजे नर्मदा नदी का जलस्तर 979 फुट था जबकि तवा बांध का जलस्तर 1162.90 फुट, बारना का 347.79 मीटर और बरगी का जलस्तर 422 मीटर था।
हरदा-होशंगाबाद रोड बंद
ग्राम रोहना के पास एक पुलिया से लगा सड़क का हिस्सा धंस जाने के कारण हरदा से होशंगाबाद मार्ग बंद हो गया है। प्रशासन ने अनुरोध किया है कि बहुत आवश्यक होने पर लोगों को डोलरिया व्हाया इटारसी रूट से होशंगाबाद आना चाहिए। इसी तरह से देहात थाना प्रभारी हेमंत श्रीवास्तव ने लोगों से अपील की है कि बाबई-पिपरिया जाने के लिए लोगों को इटारसी होकर पांजराकलॉ रोड से तवा पुल होकर जाना चाहिए, क्योंकि जासलपुर-निमसाडिय़ा मार्ग पर अभी बाढ़ का पानी भरा है।