- द्वारिकाधीश मंदिर में पुण्यकालीन पुरुषोत्तम मास की द्वितीय कथा प्रारंभ
इटारसी। पवित्र पावन श्रावण माह (Shravan month) के बाद पुरुषोत्तम माह यानी अधिक मास में श्री द्वारिकाधीश बड़ा मंदिर परिसर (Shri Dwarkadhish Bada Temple Complex) में जारी धार्मिक कथाओं की श्रृंखला में मंगलवार से द्वितीय कथा प्रारंभ हुई। कथा व्यास पं मधुकर व्यास (Pandit Madhukar Vyas) के श्रीमुख से श्रीमद् भागवत कथा (Shrimad Bhagwat Katha) का संगीतयमय रसपान कराया जा रहा है। प्रारंभ अवसर पर कथाव्यास पं व्यास ने व्यास गादी से कहा कि श्रीमद् भागवत कथा सभी पापों का नाश करने वाली होती है।
यह पुरुषोत्तम मास पुण्य प्रदान करने वाला है। इसके अंतर्गत होने वाले धार्मिक आयोजनों और समागमों में जो भी व्यक्ति ईश्वर भक्ति में अपना समय व्यतीत करता है उसके सभी पापों का नाश होता है। उन्होंने कहा कि 84 लाख योनियों के बाबजूद हमे मनुष्य जीवन प्राप्त हुआ है यह हमारे पूर्व जन्मों के पुण्यकर्मों का ही फल है। श्रीमद भागवत के 18 पुराणों का श्रवण कोई भी विद्वान सात दिवसों में नही करा सकता, लेकिन जो भी ज्ञान सरिता कथा में बतायी जाती है उसका जीवन मे पालन अवश्य करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि कथा के यजमान प्रमोद पगारे (Pramod Pagare) और धनराज कुशवाह (Dhanraj Kushwaha) हैं।
प्रथम दिवस पर यजमान धनराज कुशवाह, लक्ष्मी नारायण कुशवाह, उनके परिवार एवं अमित दरबार, भूपेंद्र विश्वकर्मा एवं घनश्याम तिवारी ने व्यासगादी का पूजन और महाराज का स्वागत किया। महाराज ने कहा कि यह उनकी 75 वीं कथा है। बता दें कि प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से 6 बजे तक कथा का श्रवण कराया जाएगा। कथा में वाद्ययंत्र ऑर्गन पर आशीष दुबे, ढोलक और गायक सीताराम संभाल रहे है। कथा के सफल आयोजन में मंदिर प्रबंधन समिति के दिनेश सैनी का महत्वपूर्ण सहयोग है।