- – विभागीय उच्चाधिकारियों की निष्क्रियता के कारण सफाई कर्मचारी कर रहे मनमानी
- – मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने कहा, नोटिस जारी करके एक दिन का वेतन काटेंगे
- – इस मामले में क्षेत्र में पदस्थ सफाई मुकद्दम को भी नोटिस जारी किया जाएगा
इटारसी। विभाग के अधिकारियों की अनदेखी के चलते स्वच्छता विभाग के कर्मचारी अपनी मनमानी पर उतारू हैं। प्रदूषण वैसे भी इस ठंड में बड़ी समस्या है, देश की राजधानी दिल्ली तक इससे अछूती नहीं है, ऐसे में नगर पालिका के स्वच्छता कर्मचारी मेहनत से बचने कचरे में आग लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं।
दीवाली और एकादशी का बाजार नगर पालिका और राजस्व प्रशासन ने लाल ग्राउंड में लगवाया था। अधिकारियों ने बाजार लगा दिया, इसके बाद पलटकर नहीं देखा कि मैदान की सफाई कैसे हो रही है। नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों ने मैदान का कचरा मैदान में ही कई जगह कचरे के ढेर लगाकर आग लगा दी। कचरे से उठे धुएं ने आसपास रहने वालों की मुश्किल कर दी। सुबह-सुबह जब मानव को स्वच्छ वायु की जरूरत होती है, बंैक कालोनी और आसपास के लोगों को प्रदूषित वायु में सांस लेना पड़ा।
खास बात यह है कि कर्मचारियों के इस काम पर किसी अधिकारी का कोई खौफ नहीं है, वे मनमानी करते रहते हैं, इससे पहले भी इस तरह की कई घटनाएं हुई हैं, लेकिन जिम्मेदार हमेशा चेतावनी जारी करके औपचारिकताएं पूरी करते हैं। पूर्व में यहां कार्यरत स्वच्छता निरीक्षक आरके तिवारी को तो लोगों ने फील्ड में लगभग रोज ही देखा है, वर्तमान में इस विभाग का प्रभारी कौन है, कब आता-जाता है, किसी को पता नहीं। इस विभाग का प्रभारी अधिकारी केवल कुर्सी पर बैठकर अपनी ड्यूटी निभा रहा है, मैदानी अमला क्या कर रहा है, उनको यह देखने की कोई जरूरत नहीं महसूस हो रही है।
इनका कहना है…
- इस मामले में वार्ड के मुकद्दम को नोटिस जारी किया जाएगा। स्वच्छता विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश देंगे कि वह फील्ड में जाकर देखें। ऐसे लापरवाह कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने की कार्रवाई की जाएगी।
ऋतु मेहरा, सीएमओ