नर्मदापुरम। मां नर्मदा नदी (Narmada River) एवं तवा नदी (Tawa River) के संगम बांद्राभान (Bandrabhan) में 25 नवंबर से 28 नवंबर तक बांद्राभान मेले का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार 25 नवंबर को कलेक्टर नीरज कुमार सिंह (Collector Neeraj Kumar Singh) ने विधिवत पूजा अर्चना कर मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ एसएस रावत (SS Rawat) सहित सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
पूजा अर्चना के पश्चात कलेक्टर श्री सिंह ने अधिकारियों के साथ मोटरबोट (Motorboat) से मेले की व्यवस्थाओं का जायजा लिया एवं मेले के सफल आयोजन के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि कार्तिक मास की पूर्णिमा के अवसर पर लगने वाला सुप्रसिद्ध बांद्राभान मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचते हैं। जिसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन नर्मदापुरम (Narmadapuram) द्वारा सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई। जिला पंचायत
विभाजित किए गए सेक्टरों में प्रभारी अधिकारी एवं सहायक अधिकारी कर्मचारी नियुक्त किए गए है, जिन्हें क्षेत्र आवंटित करते हुये क्षेत्र का दायित्व सौपा गया है। प्रत्येक सेक्टर के लिए सेक्टर अधिकारी एवं सहायक कर्मचारी जिम्मेदार होंगे। वे अपने सेक्टर में सतत भ्रमण करते हुये व्यवस्था सुचारू सम्पादित कराएंगे। नर्मदापुरम (Narmadapuram), बैतूल (Betul), नरसिंहपुर (Narsinghpur), सीहोर (Sehore), भोपाल (Bhopal) , राजगढ ((Rajgarh)) एवं अन्य जिले से मेले में आने वाले यात्रियों व श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रखते हुये मेला स्थल के पहुंच मार्गों को दुरूस्त किया गया है। मुख्य घाट सहित अन्य सभी घाटों के कटाव को पाटकर समतल करते हुये मेले के रेतीले क्षेत्र में आवागमन सुलभ बनाया गया है। शुद्ध पेयजल की भी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। वाहनों को व्यवस्थित करने व जाम से निजात पाने के लिए पार्किंग स्थल बनाया गया है।
स्नान के दौरान गहरे पानी में श्रद्धालुओं को डूबने से बचाने व अन्य किसी प्रकार की आपात स्थिति से बचाव के लिए कुशल तैराकों, गोताखोरों एवं नदी में पेट्रोलिंग हेतु मोटर बोट, लाईफ जैकिट, वायरलैस सैट, वॉकी-टॉकी, सर्च लाईट, वॉच टावर इत्यादि की व्यवस्था भी की गई है। इसके अलावा खोया-पाया केन्द्र, अस्थाई पशु चिकित्सालय, मधुमक्खी एवं सर्प इत्यादि से बचाव के लिए रेस्क्यू टीम का इंतजाम भी मेला स्थल पर है। अस्थाई शौचालय, चलित शौचालय, स्नान के बाद महिलाओं को कपडे बदलने हेतु अस्थाई चेंजिंग बूथ भी मेला स्थल पर हैं। मेले में शांति एवं कानून व्यवस्था, भीड एवं ट्रैफिक नियंत्रण तथा हर प्रकार की अप्रत्याशित परिस्थित से निपटने के लिए पुलिस बल और होमगार्ड का बल पूरी तरह मुस्तैद रहेगा।
मेले में आने वाले यात्रियों के खाने-पीने, चाय-नाश्ते तथा रोजाना की जरूरतों के हिसाब से दूरस्थ क्षेत्रों से आए दुकानदारों ने दुकानें भी स्थापित की है। ऐतिहासिक मेले की सफलता सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर श्री सिंह के मार्गदर्शन में समस्त इंतजाम पुख्ता व व्यवस्थित किए गए है। मेले के शुभारंभ के अवसर पर डीएसपी ट्रैफिक संतोष मिश्रा, एसडीओपी पराग सैनी, डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट राजेश जैन, आरटीओ निशा चौहान, तहसीलदार शक्ति सिंह तोमर, जनपद सीईओ हेमंत सूत्रकार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।