इटारसी। कृषि उपज मंडी में किसानों को अपनी उपज बेचने में आ रही कथित परेशानी, किसानों से हम्मालों द्वारा चाय-नाश्ते के नाम पर सौ रुपए बेवजह लेना, कई-कई दिनों तक किसानों को डीएपी नहीं मिलना और किसानों का अनाज चोरी होना जैसे आरोपों के साथ आज नगर कांग्रेस कमेटी ने कृषि उपज मंडी खेड़ा के गेट के समक्ष धरना दिया और कुछ देर मुख्य मार्ग पर चक्काजाम भी किया। इस दौरान पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा।
लगभग दो दर्जन से अधिक कांग्रेसियों ने आज सुबह कृषि उपज मंडी के गेट पर धरना दिया और सरकार पर किसानों की जरूरतें पूरी नहीं करने, उनको उपज बेचने में आ रही परेशानियों, मंडी में किसानों का अनाज चोरी होने, तौलकांटों की पर्याप्त संख्या नहीं होने, डीएपी नहीं मिलने जैसी समस्याओं पर सरकार को घेरा। वरिष्ठ कांग्रेसी और किसान नेता मोहन झलिया ने सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए सरकार को किसानों के हित में काम नहीं करने के आरोप लगाए। उन्होंने बोवनी के वक्त डीएपी नहीं मिलने की बात कही। अब जबकि बोवनी का वक्त पूर्ण हो चला है, ऐसे में कई किसान अब भी डीएपी से वंचित हैं।
नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मयूर जैसवाल ने कहा कि मंडी में आंकड़ों में दर्ज सुरक्षा कर्मी मौके पर नहीं हैं, किसानों का अनाज चोरी हो रहा है। हम्माल उनसे चाय-नाश्ते के नाम पर सौ रुपए की उगाही करते हैं, डीएपी के लिए एक-एक माह इंतजार करना पड़ रहा है तो किसान को बोवनी के वक्त तीन से चार दिन अपनी उपज लेकर इस ठंड के मौसम में मंडी परिसर में रात बितानी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि स्थानीय अधिकारी व्यवस्था बनाने में नाकाम हो गये हैं, सरकार किसान हितैषी होने का दंभ भरती है, लेकिन भाजपा के राज में किसान परेशान हो रहे हैं।
अधिकारियों से बातचीत
कांग्रेस नेताओं ने तहसीलदार सुनीता साहनी, टीआई गौरव सिंह बुंदेला की मौजूदगी में प्रभारी मंडी सचिव केसी बामलिया से बातचीत करके किसानों की परेशानी बतायी और उनका निदान करने को कहा। बामलिया ने आश्वस्त किया है कि हम्मालों द्वारा वसूली की जांच कराके इसे तत्काल रोका जाएगा, अन्य मांगों पर भी वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा करके निदान किया जाएगा। सुरक्षा गार्ड ड्यूटी पर नहीं रहते, जैसे आरोप को उन्होंने नकार दिया और साफ कहा कि सभी गार्ड ड्यूटी कर रहे हैं।
इनका कहना है….
- कांग्रेस के सदस्यों की बातें सुनी हैं, उनका निराकरण कराया जा रहा है, जहां तक डीएपी की बात है, हम डिमांड भेज रहे हैं, जैसा ऊपर से सप्लाई आती है, यहां डीएपी बांटी जा रही है।
सुनीता साहनी, तहसीलदार