इटारसी। भूतभावन, महादेव (Mahadev) को अपनी भक्ति से मनाने शिवभक्त तिलक सिंदूर (Tilak Sindoor) पहुंचने लगे हैं। सुबह हालांकि इतनी भीड़ नहीं है। साढ़े 9 बजे के आसपास करीब दो हजार लोग तिलक सिंदूर मंदिर के आसपास थे। मेला स्थल पर भी अभी इतनी अधिक भीड़ नहीं है। सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद है। दोपहर 12 बजे के बाद भीड़ बढऩे की संभावना व्यक्त की जा रही है।
सुबह आदिवासियों के बड़ादेव, भगवान शिव को तिलक सिंदूर मंदिर के भूमका (आदिवासी पुजारी) ने शिव को सिंदूर चढ़ाया और अभिषेक किया। इसके बाद अन्य भक्तों को दर्शन, पूजन का सौभाग्य मिला। सतपड़ा पर्वत श्रंखलाओं में गुफा मंदिर में स्थित शिवलिंग के यहां पिछले कई वर्षों से केवल दर्शन हो रहे हैं। लोगों को शिवलिंग तक पहुंचने नहीं दिया जाता है। जगह कम और भीड़ अधिक होने से लोगों को शिवलिंग के स्पर्श करने का मौका नहीं मिलता है। कुछ लोग एक दिन पूर्व जाकर स्पर्श करके पूजन आदि कर आते हैं।
दर्शन हो गये शुरु
तिलक सिंदूर में गुफा मंदिर में स्थित शिवलिंग के दर्शन करने भक्त पहुंचने लगे हैं। सुबह के वक्त अधिक भीड़ नहीं है और लोगों को दर्शन में परेशानी या अधिक वक्त नहीं लग रहा है। अभी नीचे लगे मेले में भी बहुत अधिक भीड़ नहीं है
सुरक्षा चाक चौबंद
तिलक सिंदूर मेले में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद है। इटारसी (Itarsi), पथरोटा (Pathrota), केसला (Kesla), तवानगर (Tawanagar), रामपुर (Rampur) के अलावा जिला मुख्यालय से भी पुलिस बल (Police Force) तिलक सिंदूर में ड्यूटी कर रहा है। मेले में पुलिस तैनात है और लोगों को आगाह किया जा रहा है।
रास्तों में लगे भंडारे
तिलक सिंदूर जाने वाले भक्तों को फलाहार के लिए रास्ते में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर फलाहारी प्रसाद वितरण, भंडारा आदि चलने लगे हैं, जहां साबूदाना खिचड़ी, पेयजल, छांछ आदि की व्यवस्था की गई है, भक्त रुककर प्रसाद ले रहे हैं।