मछली पालन व सिंघाडा उत्पादन हेतु स्वसहायता समूहों से की चर्चा
सचिव एवं जीआरएस को मिलेंगे कारण बताओ नोटिस
सोहागपुर/राजेश शुक्ला। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मनोज सरियाम (jilla Panchayat CEO Manoj Sariam) ने सोहागपुर जनपद की वनआंचल की ग्राम पंचायतों मंगरिया, टेकापार, कामती, छेड़का आदि का भ्रमण कर जीर्णउद्धार हेतु चयनित किये गये तालाबों व अन्य जल संरचनओं का निरीक्षण किया । दरअसल
महात्मा गांधी मनरेगा योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में निवासरत महिलाओं की आजीविका को सुदृढ करने के प्रयास शासन द्वारा किये जा रहे हैं। इस हेतु शासन द्वारा पुरानी जल संरचनओं यथा तालाब, चेक डेम एवं स्टाप डेम के जीर्णउद्धार कर उनमें मछली पालन व सिंघाडा उत्पादन के नीवन निर्देष जारी किये गये है। जिला कलेक्टर नीरज कुमार सिंह द्वारा भी ग्रामीणों की आजीविका सुदृढ करने के सतत निर्देष दिये जा रहे है।
तालाबों में होगा मछली पालन
जिला पंचायत सीईओ सरियाम ने ग्रामीण क्षेत्र के दौरे के समय स्वसहायता समूह व उनकी महिला सदस्यों से चर्चा की। महिला समूहों को आजीविका की प्राप्ति हेतु जल संरचनओं में मछली पालन व सिंघाडा उत्पादन करने के लिए प्रेरित किया । जानकारी अनुसार ग्राम छेंडका में भारती स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा ग्राम पंचायत के तालाब के जीर्णउद्धार के बर्फ उसमें मछली पालन हेतु सहमति दी गई, कामतीरंगपुर में चंदा स्वसहायता समूह द्वारा मछली पालन व सिंघाडा उत्पादन हेतु इच्छा जाहिर की गई साथ ही ग्राम पंचायत मगरिया, टेकापार में भी समूह की महिलाओं द्वार मछली पालन हेतु सहमति दी गई। जिला सीईओ मनोज सरियाम ने तालाबों के किनारे जिन कृषको के खेत है उन कृषकों से भी चर्चा की गई व उन्हे शासन नियमानुसार जल उपभोगता समूह के गठन व उन समूहों से होेने वाले लाभ की जानकारी दी। इन कार्यो के अतिरिक्त सीईओ ज़िला पंचायत द्वारा ग्राम पंचायतों में अन्य निर्माण कार्यों का निरीक्षण भी किया गया। अनुपस्थित सचिव एवं जीआरएस को कारण बताओ नोटिस मिलेंगे। सीईओ जिला पंचायत द्वारा भ्रमण के दौरान ग्राम पंचायतों में अनुपस्थित पाये गये ग्राम रोजगार सहायक व सचिवों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किये जाने के निर्देश दिये गये।