अवनि चतुर्वेदी कौन हैं,अवनि चतुर्वेदी का परिवार,अवनि चतुर्वेदी प्रारंभिक शिक्षा,इंडियन एयरफोर्स में पायलट बनने के लिए चार तरीकों से IAF में मिलती हैं एंट्री, कैसे बनी अवनि चतुर्वेदी देश की पहली महिला फाइटर पायलट जाने सम्पूर्ण जानकारी…
अवनि चतुर्वेदी का जीवन परिचय (Avani Chaturvedi Biography)
नाम | अवनि चतुर्वेदी |
जन्म तिथि | 27 अक्टूबर 1993 |
जन्म स्थान | रीवा, मध्यप्रदेश, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
उपलब्धि | प्रथम महिला फाइटर पायलट |
पद | लड़ाकू विमान पायलट |
पिता का नाम | दिनकर चतुर्वेदी |
पिता का व्यवसाय | इंजीनियर |
शिक्षा | स्नातक |
अवनि चतुर्वेदी कौन हैं (Who Is Avani Chaturvedi)
अवनि चतुर्वेदी फाइटर जेट उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला पायलट हैं। अवनि ने गुजरात के जामनगर एयरबेस से उड़ान भरी और पहली बार में इसे पूरा किया। इस तरह से अवनि पहली फाइटर एयरक्राफ्ट उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला पायलट बनी हैं। एक फाइटर पायलट युद्ध की स्थिति में अवनि सुखोई जैसे विमान भी उड़ा सकती हैं।
वर्ष 2016 के पहले भारतीय वासुसेना में महिलाओं को फाइटर प्लेन चलाने की अनुमति नही थी। अनुमति मिलने के दो साल बाद ही अवनि ने पहली महिला फाइटर प्लेन पायलट बनकर मिग-21 बाइसन विमान उड़ा कर इतिहास रच दिया हैं।
अवनि चतुर्वेदी का परिवार (Avani Chaturvedi Family)
अवनि चतुर्वेदी के पिता मध्य प्रदेश के जल संसाधन विभाग में इंजीनियर हैं और इनकी माता एक गृहणी हैं। अवनि चतुर्वेदी के बड़े भाई भी भारतीय सेना में कार्यरत हैं। अवनी चतुर्वेदी अपने बड़े भाई से ही प्रेरित होकर भारतीय सेना में आने का निर्णय किया था।
अवनि को कॉलेज के फ्लाइंग क्लब में कुछ घंटो की उडान का अनुभव मिला था जिसके चलते उन्होंने भारतीय वायुसेना चुना और आज इतिहास रचकर अपने परिवार को गौरवान्वित किया। अवनी को शतरंज, टेबल टेनिस, स्केचिंग और पेंटिंग का भी बचपन से ही शौक हैं।
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अवनि चतुर्वेदी प्रारंभिक शिक्षा (Avani Chaturvedi Elementary Education)
अवनि चतुर्वेदी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मध्यप्रदेश के शहडोल जिले के अपने छोटे से गॉव देओलेंड हिंदी माध्यम स्कूल से की हैं। और कॉलेज की पढ़ाई राजस्थान के बनस्थली यूनिवर्सिटी से वर्ष 2014 मे की। इसके बाद उन्होंने भारतीय वायु सेना की परीक्षा उत्तीर्ण की और हैंदराबाद वायुसेना अकादमी से अपना प्रशिक्षण पुरा किया।
अवनि चतुर्वेदी विवाह (Avani Chaturvedi Marriage)
अवनि चतुर्वेदी का विवाह हरियाणा राज्य के जलपथ जिले के समालखा के रहने वाले विनीत छिकारा के साथ हुआ हैं। विनीत छिकारा पेशे से एक फाइटर पायलेट हैं और ससुर समलखा के वार्ड 10 में एक सब इंस्पेक्टर हैं। जिसका नाम दयानंद छिकारा हैं। और सास एक ग्रहणी हैं।
अवनी चतुर्वेदी की एयरफोर्स ट्रेनिंग कहां हुई (Where is Avani Chaturvedi’s Airforce Training)
अवनी चतुर्वेदी ने हैंदराबाद में एयरफोर्स एकेडमी से प्रशिक्षण लिया हैं। प्रशिक्षण के बाद ही अवनि की ट्रेनिंग 8 जनवरी 2015 से शुरू हो गई थी। और ट्रेनिंग शुरू होने के नो महीने बाद ही 8 अक्टूबर 2015 को भारतीय वायु सेना ने भारतीय डिफेन्स मिनिस्ट्री के द्वारा एक पॉलसी लॉंच की। जिसके तहत महिलाओ को फाइटर एयर क्राफ्ट उड़ाने की अनुमति दी गई। अवनि चतुर्वेदी ने भारतीय वायु सेना हैंदराबाद से अपनी ट्रेनिंग पूरी हैं।
अवनी चतुर्वेदी ने आईबीएम की जॉब छोडी थी (Avani Chaturvedi Left IBM job)
अवनी B.Tach में 88% प्राप्त कर प्रथम श्रेणी में पास करने के बाद आईबीएम कंपनी को ज्वाइन कर लिया था। और आईबीएम में एसोसिएशन सॉफ्टवेयर इंजीनियर की 6 महीने की ट्रेनिंग ली। 6 महीने की ट्रेनिंग के बाद ही अवनी चतुर्वेदी का चयन हैंदराबाद वायु सेना अकादमी में हो गया। इसलिए अवनी ने आईबीएम की जॉब छोड़ दी।
उपलब्धियां (Avani Chaturvedi Achievements)
- हैंदराबाद के वायुसेना प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर साल 2016 में ही अवनि एक लड़ाकू विमान पायलट की उपाधि ले चुकी थी।
- अवनि को अपनी पहली उपलब्धि मात्र 24 वर्ष की उम्र में 19 फरवरी को वायु सेना के लड़ाकू विमान को अकेले ही उडाकर मिली हैं। उन्होंने इस बार वायुसेना के विमान मिग-21 से उडान भरी थी।
- अब अगले आने वाले वर्षो में उनकी आगामी ट्रेनिंग कर्नाटक में होगी। जिसमे वह चरण-3 का प्रशिक्षण लेंगी। इसके बाद वे लड़ाकू विमान सुखोई और तेजस जैसे विमानों में उडान भर सकेंगी।
भारतीय वायुसेना में अन्य महिलाएं (Other Women In Indian Air Force)
अवनि चतुर्वेदी के साथ भावना कांत और मोहना सिंह दो और अन्य महिलाएं भी हैं। जिन्हें वायु सेना में पायलट होने का गौरव प्राप्त हैं। वायुसेना में अलग-अलग पदों पर लगभग 1-5 हजार महिलाएं काम कर रही हैं। पर इन तीनो ने एक अलग ही दिशा में कदम रख एक अलग इतिहास रचा हैं।
2 दशक पूर्व साल 1991 में ही महिलओं ने हेलिकॉप्टर और ट्रांसपोर्ट के लिए उपयोग किये जाने वाले विमान उड़ाना शुरू कर दिया था। परं लड़ाकू विमान उड़ने का मौका उन्हें अब दिया गया हैं।
इंडियन एयर फोर्स में ऐसे होता हैं सेलेक्शन (Such Is The Selection In The Indian Air Force)
इंडियन एयर फोर्स में पायलट बनने की प्रक्रिया बहुत ही लंबी होती हैं इसके लिए एंट्रेंस परीक्षा पास करनी होती हैं। जिसके लिए इंडियन एयरफोर्स ने बहुत सी परीक्षाएं निर्धारित की हैं। जिसमें 12वीं और ग्रेजुएट छात्र इस परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं।
इंडियन एयरफोर्स में पायलट बनने के लिए चार तरीकों से IAF में मिलती हैं एंट्री (To become A pilot in Indian Airforce, there are four ways to get entry in IAF)
अगर आप 12वीं के बाद अप्लाई करना चाहते हैं तो आप नेशनल डिफेंस अकेडमी (NDA) के माध्यम से अप्लाई कर सकते हैं। ये परीक्षा UPSC आयोजित करता हैं। जिसके लिए आपके 60% अंक होना जरूरी हैं। आप ग्रेजुएशन की बाद अप्लाई करना चाहते हैं तो आप CDS, AFCAT (एयरफोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट) और NCC के जरिए आप इंडियन एयर फोर्स की फ्लाइंग ब्रांच के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
CDS परीक्षा UPSC की ओर से साल में दो बार आयोजित की जाती हैं जिसके लिए आपके पास 12वीं में फिजिक्स और मैथमेटिक्स और ग्रेजुएशन में 60% अंक होने चाहिए। वही AFCAT परीक्षा इंडियन एयर फोर्स की ओर से साल में 2 बार आयोजित की जाती हैं।