मौलिक अधिकार जीवन की सुगमता के लिए बनाये हैं

Post by: Rohit Nage

– विधिक जागरुकता एवं साक्षरता शिविर का आयोजन

इटारसी। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सतीष चन्द्र शर्मा अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नर्मदापुरम के मार्गदर्शन में तहसील विधिक सेवा समिति इटारसी द्वारा सन एकेडमी, हाई स्कूल पुरानी इटारसी में विधिक जागरूकता एवं साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सूर्यपाल सिंह राठौर न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी द्वारा बताया गया मौलिक अधिकार ऐसे मूलभूल अधिकार हैं, जो लोगों को सुगमता से जीवन जीने के लिए बनाये गये है। मौलिक अधिकर भारत के संविधान में निहित अधिकार है, जो प्रत्येक नागरिक को स्वतंत्र रूप से जीने का अधिकार प्रदान करते हैं। जिस प्रकार से संविधान में भारत के सभी नागरिकों के लिए मौलिक अधिकारों का प्रावधान किया है, उसी प्रकार से मौलिक कर्तव्यों का अपना एक महत्व है जो देश के सतत् विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है।

इन कर्तव्यों के अनुसार हमें संविधान का पालन करना चाहिए। समय के साथ-साथ लोगों के जीवन में व्यस्थता इस प्रकार बढ़ चुकी है कि लोग अपने कर्तव्यों को भूलते जा रहे हैं। यही कारण है कि समय-समय पर लोगों को उनके कर्तव्य विधिक जागरूकता शिविर के माध्यम से याद दिलाने पड़ते है। यदि हम अपने कर्तव्यों का पालन नहीं करेंगे तो आपके अधिकारों की रक्षा कर पाना संविधान के लिए संभव नहीं है। हमारे अधिकारों की रक्षा तभी हो पाएगी जब हम अपने कर्तव्यों का निष्ठा पूर्वक पालन करेंगे। इस अवसर पर पैनल अधिवक्ता संजय मेहतो ने भी अपने विचार व्यक्त करते निशुल्क विधिक सहायता के संबंध में विस्तार से जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में शाला के प्राचार्य नटवर पटेल एवं शिक्षक उपस्थित रहे।

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