इटारसी। आजादी के अमृत महोत्सव (Amrit Mahotsav) कार्यक्रम के अंतर्गत शासकीय कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य, प्राध्यापकों व छात्राओं के 30 सदस्य दल ने गोठी धर्मशाला स्थित बापू प्रवास स्मृति कक्ष (Bapu Smrati Kaksh) का भ्रमण किया। उच्च शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश शासन की मंशा के अनुरूप आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर महाविद्यालय की छात्राओं के द्वारा महात्मा गांधी की स्मृति के रूप में संजोकर रखे चरखे, बापू के चित्र, अंकित उदबोधन, धात्विक मूर्ति का गहन अवलोकन किया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आरएस मेहरा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि गांधी जी 30 नवंबर 1933 को ट्रेन से वर्धा से इटारसी आए थे तथा गोठी धर्मशाला में एक रात गुजारी थी। डॉ शिरीष परसाई ने कहा कि न केवल बापू बल्कि आजादी की लड़ाई में अमूल्य योगदान देने वाले कई स्वतंत्रता सेनानी जैसे भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (First Prime Minister Jawaharlal Nehru), प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद (First President Rajendra Prasad), काका कालेलकर (Kaka Kalelkar), भारत की प्रथम महिला मुख्यमंत्री सुचिताबेन कृपलानी (Chief Minister Suchitaben Kripalani), रविशंकर शुक्ल (Ravi Shankar Shukla) भी इस धर्मशाला में रुके थे। आज भी धर्मशाला में इन स्वतंत्रता के सेनानियों की अप्रत्यक्ष उपस्थिति को महसूस किया जा सकता है।
कार्यक्रम नोडल अधिकारी रविंद्र चौरसिया (Program Nodal Officer Ravindra Chaurasia) ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार छात्राओं को बापू प्रवास स्मृति कक्ष के भ्रमण कराने का उद्देश्य छात्राओं को महात्मा गांधी तथा अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन दर्शन, क्रियाकलाप तथा इटारसी का स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान से अवगत कराना था। इस कार्यक्रम में डॉ पुनीत सक्सेना, डॉ स्नेहांशु सिंह, अमित कुमार, डॉ मुकेश बिष्ट, प्रियंका भट्ट, तरुणा तिवारी, गुरुशा राठौर उपस्थित थे।