– ऊंट,भेड़ एवं बकरियों को भी सुरक्षित बाहर निकाला
नर्मदापुरम। जिले में लगातार हो रही बारिश एवं तवा बांध (Tawa Dam) व बरगी बांध (Bargi Dam) से पानी छोड़े जाने के कारण कलेक्टर नीरज कुमार सिंह (Collector Neeraj Kumar Singh) के निर्देशन में जिले में राहत एवं आपदा बचाव कार्य हेतु होमगार्ड (Home Guard) एवं एसडीईआरएफ (SDERF) की 06 क्यूआरटी (QRT) टीम एवं 10 डीआरसी (DRC) केन्द्रों की स्थापना की गई है। टीमों के द्वारा राहत बचाव कार्य एवं रेस्क्यू कार्य हेतु निचली बस्तियों में सतत निगरानी रखी जा रही है एवं जल भराव की स्थिति निर्मित होने पर प्रशासन द्वारा चिन्हित राहत शिविरों में भेजे जाने की तैयारी सतत रूप से की गई है।
डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट होमगार्ड राजेश जैन (District Commandant Home Guard Rajesh Jain) ने बताया कि 16 सितंबर को तहसील शिवपुर के ग्राम बिसोनीकला में पोपवती नदी में बाढ़ की स्थिति निर्मित होने पर राजस्थान (Rajasthan) के विभिन्न ग्रामों से आए 8-10 व्यक्ति टापू पर फस गये थे, साथ में 300 से अधिक भेड़ें, बकरी आदि भी थे। जिसकी सूचना पर तत्काल डीआरसी पॉपनगॉव में तैनात सैनिकों द्वारा ग्राम बिसोनीकलॉ पहुंचकर टापू पर फंसे सभी व्यक्तियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
सूचना पर जिला मुख्यालय से भी एसडीईआरएफ की 06 सदस्यीय टीम को मय आपदा उपकरणों के घटना स्थल पर रवाना किया गया। एसडीईआरएफ टीम द्वारा टापू पर फंसे सभी भेड़, बकरी अनुमानित संख्या 300-350 को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। रेस्क्यू (Rescue) के दौरान किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।