सेंट्रल इंडिया का सबसे बड़ा टूरिज्म डेस्टिनेशन बनेगा होशंगाबाद

Post by: Poonam Soni

मां नर्मदा की नियमित महाआरती के आयोजन के होंगे प्रयास

वर्ष भर इवेंट्स और पर्यटन केंद्रों का लुत्फ उठा सकेंगे पर्यटक

होशंगाबाद। जिला अपनी प्राकृतिक सौंदर्यता के साथ विभिन्न धार्मिक केंद्रों एवं सिद्ध पुरुषों की भूमि के रूप प्रसिद्ध हैं। जिले में प्राकृतिक, धार्मिक, ऐतिहासिक एवं आध्यामिकता से जुड़े केंद्रों को चरणबद्ध रुप से विकसित किया जाएगा, जहां वर्ष भर सैलानी पर्यटन का लुत्फ उठाने के साथ ही तीर्थाटन भी कर सकेंगे। जिले को टूरिज्म के क्षेत्र में सेंट्रल इंडिया (Central India) का सबसे बड़ा डेस्टिनेशन बनाया जाएगा। यह बात कलेक्टर होशंगाबाद नीरज कुमार सिंह (Collector Hoshangabad Neeraj Kumar Singh) ने आज कलेक्ट्रेट कार्यालय में पर्यटन विषय पर आयोजित मीडिया कार्यशाला में कहीं।

मीडिया प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कलेक्टर सिंह ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश अभियान (Self-reliant Madhya Pradesh Campaign) के तहत एक जिला एक उत्पाद में होशंगाबाद जिले में पर्यटन का चयन किया है। जिले में रचनात्मक रूप से पर्यटन को प्रमोट करने के उद्देश्य से प्रशासन द्वारा एकीकृत टूरिज्म प्लान बनाया है, जिसमें ना केवल इन केंद्रों को टूरिज्म फ्रेन्डली बनाया जाएगा बल्कि यहां तक जाने वाले मार्गों को भी पर्यटकों की सुविधा को केंद्र में रखकर विकसित किया जाएगा, जिससे विदेशों व दूरस्थ राज्यों से आने वाले सैलानियों को एक अविस्मरणीय अनुभव प्राप्त हो सके। इससे जहां एक ओर होशंगाबाद अंतर्राष्ट्रीय टूरिज्म स्पॉट के रूप में अंकित हो पाएगा वहीं जिले के युवाओं को पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार का एक बेहतर विकल्प प्राप्त होगा।

पचमढ़ी, मढ़ई, तवा में यह प्रस्तावित
पचमढ़ी, मढ़ई एवं तवा जैसे प्राकृतिक टूरिज्म स्पॉट्स में पर्यटन संबंधी गतिविधियां प्रस्तावित की हैं। पचमढ़ी में पर्यटकों को अब सैर सपाटा के लिए जिप्सी की ऑनलाइन बुकिंग सुविधा मिलेगी। टैक्सी बुकिंग के लिए बायसन लॉज नहीं आना होगा। चंपक लेक में वॉटर स्पोट्र्स, कैंपिंग सुविधा के साथ ही पचमढ़ी में मोस्ट डिफिकल्ट मैराथन का आयोजन होगा जो पचमढ़ी से होते हुए मटकुली तक होगी, जिसे अंतरराष्ट्रीय मैराथन कैलेंडर में शामिल करने के प्रयास किए जाएंगे। फोरसिथ ट्रेल पर साइक्लिंग, पचमढ़ी बायोडायवर्सिटी उत्सव, स्टार गैजिंग, रूलर टूरिज्म, गोल्फ कोर्स का विकास, नीमघान एडवेंचर पैकेज एवं एमपीटी के होटल में रेशम के सूवनिर शॉप भी लगाई जाएंगी। मढ़ई के लिए इंटरप्रिटेशन सेंटर बनाया जाएगा जहां पर्यटकों को टाइगर के अलावा एसटीआर अंतर्गत अन्य दुर्लभ वन्य प्रजातियों, जैविक विविधताओं के बारे में जानकारी प्राप्त हो सकेगी। जैविक विविधता संबंधी जानकारी के लिए एक बायोडायवर्सिटी ऐप भी बनेगा। मढ़ई में रूलर टूरिज्म और कैंपिंग गतिविधियों को भी बढ़ावा देने के प्रयास होंगे। तवा क्षेत्र में एडवेंचर स्पोट्र्स, मढ़ई से तवा के बीच साइक्लिंग के साथ ही एक सर्किट बनेगा जिससे पर्यटक तवा मढ़ई और तवा चुरना को आसानी से कवर कर सके। यहां भी एक डैम इंटरप्रिटेशन सेंटर बनाया जाएगा।

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होशंगाबाद को बनाया जाएगा आदर्श पर्यटन स्थल
होशंगाबाद शहर में पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा। पावन सेठानी घाट (Sethani ghat) में पुण्य सलिला मां नर्मदा की नियमित भव्य महाआरती (Mahaarti) के आयोजन के प्रयास किए जाएंगे, जिससे बाहर से आने वाले पर्यटक मां नर्मदा की आरती का लाभ ले सकें। सेठानी घाट को प्लास्टिक मुक्त बनाने के साथ ही यहां आकर्षक फोकस लाइटिंग भी की जाएगी। पर्यटन घाट को शीघ्र विकसित कर अभिव्यक्ति मंच बनाया जाएगा जहां पर स्थानीय कलाकार प्रस्तुतियां दे सकेंगे। हर्बल पार्क घाट को जॉगर्स पार्क बनाया जाएगा, यहां पर 800 मीटर की जोगिंग रूट होगी। हर्बल पार्क घाट पर व्यू प्वाइंट बनेगा। सलकनपुर देवी धाम, होशंगाबाद एवं बांद्राभान धार्मिक केंद्र को एकीकृत सर्किट के रूप में विकसित किया जाएगा। आजमगढ़ रॉक एवं तिलक सिंदूर धार्मिक केंद्र टूरिस्ट सर्किट से जुड़ेंगे।

फिल्म टूरिज्म, वेडिंग टूरिज्म के साथ ही स्कूल ट्रिप्स
जिले में टूरिज्म को प्रमोट करने एक टूरिस्ट ऐप बनाया जाएगा जिसमें पर्यटकों को एक ही स्थान पर सभी टूरिज्म स्पॉट्स के साथ ही विभिन्न केंद्रों पर आयोजित पर्यटन संबंधित गतिविधियों की जानकारी प्राप्त हो सकेगी। जिले में एमपी टूरिज्म के माध्यम से पर्यटन की मार्केटिंग की जाएगी। फिल्म टूरिज्म, वेडिंग टूरिज्म के साथ ही स्कूल ट्रिप्स को भी प्रमोट किया जाएगा। 52 वीक्स 52 इवेंट्स कैलेंडर जारी किया जाएगा, जिसमें हर 1 सप्ताह में एक पर्यटन केंद्र पर वाटर स्पोट्र्स, ट्रैकिंग, साइकिलिंग, मैराथन, बर्डवॉच जैसे इवेंट होंगे।

मीडिया प्रतिनिधियों के सुझाव होंगे उपयोगी
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उपस्थित प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियों से सुझाव आमंत्रित किए। उपस्थित पत्रकारों ने पचमढ़ी क्षेत्र में भी पर्यटकों की सुविधा के लिए सभी पर्यटन केंद्रों की जानकारी के लिए इंटरप्रिटेशन सेंटर बनाने, आंवली घाट को टूरिज्म स्पॉट के रूप में डेवलप करने, रामजीबाबा समाधि स्थल, गुरु शंकर शाह की समाधि, बांद्राभान, छोटी पहाड़ी को धार्मिक सर्किट से जोडऩे, फिल्म टूरिज्म को बढ़ावा देने नियमों में शिथिलता बरतने और उन्हें बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने। जिले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए ऑडिटोरियम बनाने, आदि गुरु शंकराचार्य की मूर्ति स्थापित किए जाने के साथ ही कृषि टूरिज्म, एक्वा साइंस को बढ़ावा देने, घाटों पर नौका विहार, सोहागपुर की छेड़का गांव को रूलर टूरिज्म में शामिल करने, नर्मदा नदी के घाटों पर पंचकोसी परिक्रमा, मंगलवारा घाट पर स्वर्ण साई से लिखें गुरु ग्रंथ साहिब को धार्मिक पर्यटन के रूप में बढ़ावा देने सुझाव दिए। प्राप्त सुझावों पर कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि मीडिया से प्राप्त सुझाव जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने में काफी उपयोगी साबित होंगे। प्राप्त सुझावों को डिस्ट्रिक्ट टूरिज्म प्लान में शामिल कर उनका क्रियान्वयन किया जाएगा।

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