
सात दिन में उद्यानिकी परिसर के अतिक्रमण हटाने के निर्देश
होशंगाबाद। उद्यानिकी क्षेत्र में भी किसान आत्म निर्भरता की ओर बढ़ रहे हैं। संभाग स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र बनने पर किसान यहां पर नई-नई तकनीक का प्रशिक्ष्ण लेकर अपनी आय को दोगुना करेंगे। यह बात मप्र के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण एवं नर्मदा घाटी विकास विभाग के राज्यमंत्री भारत सिंह कुशवाह (Minister of State Bharat Singh Kushwaha) ने 98 लाख की लागत से बनने वाले उद्यानिकी कृषक प्रशिक्षण केंद्र के भूमिपूजन पर कही।
उद्यानिकी के लिए जिले में होशंगाबाद ब्लाक का विशेष रूप से चयन किया है। उन्होंने कहा कि रबी और खरीफ मौसम की फसलों के साथ ही उद्यानिकी के लिए भी भूमि का रकबा तय किया जाए। सब्जी, फल और मसाले की ओर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि फुड प्रोसेंसिंग के लिए किसानों को सब्सिडी भी दी जा रही है। किसान उद्यानिकी की ओर बढ़ेंगे तो उन्हें डबल मुनाफा मिलेगा एक तो कम खाद लगेगा फलों से भी लाभ मिलेगा। श्री कुशवाहा ने कहा कि विश्व बाजार भारत की ओर आशा भरी नजरों से देख रहा है। क्योंकि भारत व मप्र से जैविक खेती और फलों की पैदावार की अधिक उम्मीदें हैं।
प्रदेश के हर जिले में एक जिला एक उत्पाद के तहत उत्पाद तय किए गए हैं। जैसे यहां के लिए अमरूद को रखा है। एक जिला एक उत्पाद के पीछे यह उद्देश्य है कि व्यापारी तय कर लें कि किस जिले से कौन सी चीज मिल जाएगी। कुशवाह ने किसानों का आव्हान करते हुए कहा कि फुड प्रोसेसिंग के लिए आवेदन करें। जिले से अभी तक 8 आवेदन आए हैं जिन्हें बैंक भेज जा चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी तथा मुख्यमंत्री चौहान की मंशा है कि किसान अपनी भूमि का 20 प्रतिशत रकबा जैविक खेती के रूप में उपयोग करने के लिए आगे आए। इससे बीमारियों पर भी नियंत्रण हो सकेगा। उन्होंने एसडीएम से कहा कि उद्यानिकी विभाग की कुछ जगह पर अतिक्रमण होने की शिकायत मिली है एक सप्ताह में सीमांकन कर अतिक्रमण को हटा कर मुझे रिपोर्ट भेज दें।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष कुशल पटेल (District Panchayat President Kushal Patel), विधायक डॉ सीतासरन शर्मा (MLA Dr Sitasaran Sharma), सिवनी मालवा विधायक प्रेमशंकर वर्मा (Seoni Malwa MLA Premshankar Verma), सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह (Sohagpur MLA Vijaypal Singh), जनपद अध्यक्ष संगीता सोलंकी (District President Sangeeta Solanki)। पीयूष शर्मा (Piyush Sharma) सहित विभाग के संयुक्त संचालक एमएल उईके, उप संचालक रीता उईके सहित अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी भी शामिल रहे।
विधायक डॉ शर्मा ने कहा कि परंपरागत खेती के साथ जिले में उद्यानिकी की बहुत संभावनाएं हैं। खेती के मुकाबले उद्यानिकी से अधिक लाभ होते हैं। अब यहां पर संभाग स्तर का प्रशिक्षण की सौगात मिल रही है इससे किसानों को प्रशिक्षण मिलेगा जिससे किसानों को तकनीकी जानकारी मिलेगी। सिवनी मालवा विधायक श्री वर्मा ने कहा कि जिला कृषि प्रधान जिला है यहां पर फलों और सब्जी के क्षेत्र में भी अनेक संभावनाएं हैं।
सोहागपुर विधायक श्री सिंह ने कहा कि जिले में प्रशिक्षण केंद्र बनने से किसानों को खेती के साथ ही फल और सब्जी के क्षेत्र में नई-नई जानकारी मिलेगी। जिला पंचायत अध्यक्ष कुशल पटेल ने कहा कि खेतों में अधिक खाद के दुश्प्रभाव होते हैं। इसलिए जैविक खेती और फल तथा सब्जी की खेती की ओर भी किसानों को आगे आना चाहिए। इससे पूर्व पवारखेड़ा तथा केसला से आए हुए अनेक वैज्ञानिकों ने उद्यानकी खेती से किसानों को किस प्रकार से लाभ हो सकते हैं इसकी जानकारी कार्यशाला में दी। कार्यक्रम स्थल पर विभागीय प्रदर्शनी भी लगाई गई।
हितग्राहियों को किट प्रदान की
कार्यक्रम में अनेक किसानों को प्रोत्साहन के रूप में प्रशस्ति पत्र तथा किट प्रदान की जिनमें गणेश गौर टिगरिया, सुशील गौर, धान सिंह रघुवंशी, लक्ष्मी कुशवाह, संतोष, मुकेश,मनोज द्विवेदी, गौतम, जितेंद्र, सुभाष पटेल और प्रधान मंत्री सिंचाई योजना के तहत स्पिंगलर शमशेर सिंह राजपूत,अमित राजपूत को प्रदान की गई।