व्यापार के संवर्धन के लिए अलग से व्यापार संवर्धन विभाग बनाया जाये
इटारसी। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) मध्यप्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र जैन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विजय राठी ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा को लिखे पत्र में मांग की है कि वैडिंग इंडस्ट्रीज को उद्योग का दर्जा दिया जाना चाहिए।
मध्यप्रदेश पहला राज्य बने जो कि वैडिंग इंडस्ट्रीज से जुड़े हुए टेन्ट, मैरिज गार्डन, ईवेन्ट एवं कैटरिंग व्यवसाय को सम्मिलित करते हुए वैडिंग इंडस्ट्रीज को उद्योग का दर्जा दें, जिससे कि इस इंडस्ट्रीज को जो कि सबसे ज्यादा रोजगार उपलब्ध कराती है एवं सीजनल व्यवसाय है। इसमें उद्योग की सुविधाएं मिलेंगी और सरकार इन्हें जमीन उपलब्ध कराकर वैडिंग इंडस्ट्रीज को बढ़ावा देने के लिए कार्य करे।
कैट मध्यप्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र जैन ने किसान क्रेडिट कार्ड की तरह व्यापारियों को सेवा क्रेडिट कार्ड देने की बात भी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री एवं वित्तमंत्री से की। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने बजट पूर्व अपने सुझावों को प्रेषित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में व्यापार संवर्धन विभाग बनाया जाये जो कि प्रदेश के व्यापार की चिंता करे। खुदरा, छोटा व्यापारी एवं डीलर, डिस्ट्रीब्यूटर यह सभी अपने दम पर विकास का पहिया संचालित करते हैं और रोजगार उपलब्ध कराते हैं। पूर्व में मध्यप्रदेश व्यापार संवर्धन बोर्ड बना था जो कि 2018 के बाद पुनर्गठित नहीं हुआ।
व्यापार की चिंता करने वाला कोई नहीं है सरकार में। व्यापार को एमएसएमई का दर्जा केवल बैंक लैंडिंग के लिए दिया गया है जबकि यदि व्यापार संवर्धन विभाग बनता है तो पूरे प्रदेश में पीपीपी मॉडल पर नवीन बाजार निर्मित होंगे एवं व्यापारियों को आने वाली समस्याओं से छुटकारा मिलेगा। हाल ही में मध्यप्रदेश सरकार की विज्ञापन नीति ने पूरे प्रदेश के व्यापारियों को चिंता में डाल दिया है। 2017 की विज्ञापन नीति को सरकार को वापस लेना चाहिए।
कैट मध्यप्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र जैन ने कहा कि एमएसएमई को जो कॉल लेटर फ्री लोन दिया जा रहा है उसमें डेढ़ से 2 प्रतिशत तक हर साल फीस ली जा रही है। उसे केवल एक समय सीमा के लिए लेना चाहिए, प्रतिवर्ष लेने का प्रावधान बंद होना चाहिए। व्यापार एवं उद्योग में लगने वाले सभी लायसेंस एवं अनुमति कम से कम 10 साल तक के लिए मिलना चाहिए। इसी प्रकार कैट ने उद्योग और व्यापार के संवर्धन के लिए अनेक सुझाव प्रेषित किये हैं।