महोदय,
ये सच है कि न्यास कॉलोनी में जहां एक ओर बारिश का पानी घरों में भर जाता है वहीं दूसरी ओर सतरास्ते का सौंदर्यीकरण करने के जुनून में नगरपालिका परिषद वल्लभभाई पटेल मार्ग पर स्थित बायपास मार्ग तथा न्यास की सड़कों को भूल गई है। इन सड़कों के गड्डों से गुजरने वाले राहगीर और न्यास कॉलोनी के निवासी नगरपालिका के अधिकारियों को आते – जाते कोसना नहीं भूलते। वैसे भी नगरपालिका प्रशासक एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी की सी एम हेल्प लाइन में की गई शिकायतों के निराकरण में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई देती। आश्चर्य तो ये है कि कलेक्टर स्वयं इन शिकायतों की समीक्षा करते हैं। उसके बाद भी ये हाल है। अभी कुछ दिनों पूर्व ही सी एम ओ ने न्यास का एक औपचारिक दौरा किया था। अफसोस कि समस्या फिर भी यथावत् है। मैंने एल आई जी 77 से 104 के बीच नाली निर्माण के लिए पुनः सी एम हेल्प लाइन में शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही क्षेत्रीय विधायक माननीय सीतासरन शर्मा को भी अपनी समस्या से अवगत कराया है। हालांकि होना जाना कुछ नहीं है। यहां तक कि न्यास कॉलोनी स्थित प्रकाश वल्लभ सोनी उद्यान में अब तक ताले पड़े हुए हैं जबकि माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्कूल, कॉलेज, कोचिंग, सिनेमा हॉल, बाजार तक खोलने की अनुमति दे दी है तो पार्क खोलने में भला क्या आपत्ति हो सकती है। खैर।
इधर न्यास कॉलोनी की एक पूर्व पार्षद ने नगरपालिका को साईं मंदिर प्रांगण में हॉकर्स जोन बनाये जाने की मुफ्त सलाह दी है। उन्होंने माननीय विधायक महोदय को भी अपनी इस मांग से अवगत कराया है। जबकि वास्तविकता ये है कि यह जगह नगर सुधार न्यास ने खेल के मैदान के लिए छोड़ी थी। अब ये एक अलग बात है कि कतिपय लोगों ने बच्चों के खेल के मैदान पर भी अतिक्रमण कर मंदिर बना लिया। उपरोक्त लोगों की तो योजना इस पूरे खेल मैदान पर अतिक्रमण की थी लेकिन मेरे व्यक्तिगत निवेदन पर पूर्व नगर सुधार न्यास अध्यक्ष स्व अनिल शर्मा ने वहां बच्चों के लिए झूले लगवा कर इस स्थान पर कुछ लोगों के द्वारा अतिक्रमण करने के मंसूबों पर पानी फेर दिया। बाद में समाज सेवी एवं सेवा निवृत्त अधिकारी द्वय स्व निर्मलकान्त दुबे तथा स्व एम एल कथूरिया ने एक याचिका के माध्यम से खेल के मैदान के लिए न्यास द्वारा छोड़ी गई जगह पर मंदिर बनाकर अतिक्रमण एवं ध्वनि प्रदूषण किये जाने का मामला माननीय उच्च न्यायालय के संज्ञान में लाया गया। इस पर चर्चा फिर कभी। फिलहाल इतना ही कि बच्चों के खेल के मैदान पर हॉकर्स जोन बनाया जाना किसी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भले ही इसके लिए एक बार फिर से माननीय उच्च न्यायालय की शरण में ही क्यों न जाना पड़े।
विनोद कुशवाहा
न्यास कॉलोनी
इटारसी