खरीदी केंद्र में चस्पा नहीं किसान के नाम की लिस्ट, हो रहे परेशान
बनखेड़ी। समर्थन मूल्य (Support Price) पर धान खरीदी को लेकर किसान परेशान हो रहे हैं। इतना ही नहीं वास्तविक किसानों के पंजीयन का नंबर ही नहीं आया है। किस तरह से पंजीयन छोड़े जा रहे हैं यह बात समझ से परे है। वहीं दूसरी ओर व्यापारी खरीदी पर हावी हैं। कृषि उपज मंडी (Krasi Upaj Mandi) परिसर बनखेड़ी में धान तुलाई के 4 केंद्र बनाए गए है। लेकिन उन केंद्रो के बाहर किसानों के नाम की सूची चस्पा नहीं की गई है जिससें किसानों को केंद्रो में भटकना पड रहा है।
खुद ही ढोनी पड रही उपज
कृषक सेवा सहकारी समिति मछेरा कला एवं पलिया पिपरिया की धान तुलाई का केंद्र मछेरा वेयर हाउस बनाया गया है। यहां तुलाई के तुरंत बाद हम्मालों द्वारा माल वेयर हाउस में लगाया जाएगा। लेकिन यहां तुलाई के बाद किसानों को ही अपना माल वेयरहाउस तक ढोना पड़ रहा है। यदि किसान अपना माल वेयरहाउस तक नहीं ढोते हैं तब तक उन्हें उपज तुलाई की पक्की रसीद नहीं दी जाती। इन सहकारी समितियों का किसानों के बीच यह कहना है कि वह तो हम बड़ी मुश्किल से केंद्र यहां लेकर आए हैं। नहीं तो तुलाई ही नहीं होती।
इनका कहना है
किसान सिर्फ अपनी उपज केंद्र पर तुलवाय बाकी रखने का कार्य समिति का है। इससे किसानों की कोई जवाबदारी नहीं। मैं जाकर स्वयं देखता हूं क्या मामला है।
राजीव कहार, तहसीलदार बनखेड़ी
किसान एवं समिति के बीच धान तुलाई को लेकर आपसी समझोता है, ताकि कार्य जल्दी संपन्न हो जाए किसान स्वयं की सहमति से उपज ढो कर रख रहे हैं।
बी.डी पाराशर, प्रबंधक जिला सहकारी बैंक बनखेड़ी