मानव सेवा के साथ पूर्ण हुआ असंख्य रुद्री निर्माण

Post by: Poonam Soni

बनखेड़ी। पुरैना रंधीर समाजसेवी पं मुकेश बसेडिया के द्वारा श्रावण मास मे तीन दिवसीय असंख्य रुद्री निर्माण व सुंदरकांड पाठ का भव्य आयोजन किया।
सर्वप्रथम प्रतिदिन वैदिक धर्म के अनुसार गाय, व्रिप व कन्याओ का पूजन कर उन्हे वस्त्र प्रदान कर आशीर्वाद लिया।
परहित धर्म सर्वोपरि होता है, इसी तर्ज पर वृद्धजनो, दिव्यांगो व निराश्रित व्यक्तियों को मच्छरदानी, कंबल, वस्त्र प्रदान कर तिलक लगाकर सम्मानित किया
असंख्य रुद्रीनिर्माण व सुंदरकांड अनुष्ठान मे रुद्री निर्माण व रुद्राभिषेक पं अमित चौबे शास्त्री के सानिध्य मे बसेडिया परिवार के साथ साथ माँ विजयासन इंस्टीटयूट की बेटियो व स्टाफ ने मिलकर किया।
पूर्णाहुति कार्यक्रम मे पूर्व विधायक मति साधना स्थापक, पं गौरीशंकर खेमरिया, पं सत्यनारायण ढिमोले ,पं राजेन्द्र राजौरिया, पं भैयाजी रावत , पं गोविंद ढिमोले , पं सुरेश बसेडिया, गुड्डू तिवारी ,अन्य वरिष्ठजनो की गरिमामयी उपस्तिथि रही है।
उपरोक्त कार्यक्रम मे नेतराम कौरव, गणेश कौरव, प्रिन्स बसेडिया, अनुज शर्मा, दीपक शर्मा , मनोज शर्मा ,भूपेन्द्र विश्वकर्मा ,हेमंत विश्वकर्मा , कीर्ति विश्वकर्मा , आरती कहार , पूजा कहार, कीर्ति शर्मा,राघव दुबे, दीपक शर्मा, महेंद्र शर्मा, खेमचंद कुशवाहा , तनुश्री बसेडिया, ने आयोजन को सफल बनाने मे विशेष योगदान दिया।
मुकेश बसेडिया ने बताया कि उपरोक्त अनुष्ठान विगत 6 वर्षो से अनवरत चल रहा है ,जिसमे धर्म के साथ साथ इंसानियत धर्म व सेवा को अधिक महत्व दिया जाता क्योंकि शास्त्रो मे परहित को सबसे बड़ा धर्म बताया है। सामाजिक समरसता के लिये यह आयोजन प्रारंभ किया गया है जिसमे सभी धर्म जाति,वर्ग , उम्र के भेदभाव को ना रखकर सभी एक साथ मिलकर रुद्री निर्माण कर रुद्राभिषेक करते है परंतु विगत वर्ष से कोरोना महामारी के कारण आयोजन को पारिवारिक व संक्षिप्त किया जाता है।
मुकेश बसेडिया विगत अनेक वर्षो से दुर्गम पहाड़ों पर वसे आदिवासियो की सेवा के साथ निराश्रित ,वृद्धों , बेटियो की सेवा स्वयं के खर्चे पर करते है।

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