इटारसी। मध्यप्रदेश की ए ग्रेड की मंडियों में शुमार कृषि उपज मंडी इटारसी में आधुनिक रिमोट संचालित (Remote Operated) प्रवेश द्वार का लोकार्पण हो गया है।
कृषि उपज मंडी इटारसी में मप्र का पहला रिमोट संचालित प्रवेश द्वार प्रारंभ
लगभग 38 लाख रुपए की लागत से बना यह प्रवेश द्वार संभवत: मप्र का पहला आधुनिक प्रवेश द्वार है जो किसी कृषि उपज मंडी में बना है।
लोकार्पण विधायक नर्मदापुरम डॉ. सीतासरन शर्मा, विधायक सिवनी मालवा प्रेम शंकर वर्मा, कृषि उपज मंडी के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान में मप्र तैराकी संघ के अध्यक्ष पीयूष शर्मा, जनपद पंचायत होशंगाबाद के अध्यक्ष भूपेन्द्र चौकसे, नगर पालिका परिषद इटारसी के अध्यक्ष पंकज चौरे, एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी, वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद पगारे, आत्मा के अध्यक्ष सुनील चौधरी, मंडी में व्यापारी प्रतिनिधि गोविन्द बांगड़ सहित व्यापारियों सतीश अग्रवाल, अनिल राठी, अक्कू जैन, हम्माल-तुलावटियों, मंडी सचिव राजेश मिश्रा के साथ अन्य अधिकारी-कर्मचारियों और किसानों की उपस्थिति में किया। स्वागत भाषण मंडी कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष गौतम रघुवंशी ने दिया।
बेहतर व्यवस्था से बनी बड़ी मंडी
मप्र विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुए कहा कि यहां की अच्छी व्यवस्थाएं इसे बड़ी मंडी बनाती हैं। प्रदेश के कई शहरों से किसान अपनी उपज लेकर इसलिए आते हैं कि यहां उनको अच्छी व्यवस्था मिलती है। कांग्रेस के वक्त ऐसा नहीं था। कांग्रेस के अध्यक्षों ने कभी भी किसानों और व्यापारियों के मध्य सामंजस्य नहीं होने दिया। उन्होंने जिला अस्पताल के नये भवन निर्माण की प्रक्रिया का उदाहरण देते हुए कहा कि भाजपा के वक्त काफी बदलाव आये हैं, हालांकि अफसरशाही अब भी हावी है, इसे भी ठीक कर लिया जाएगा। डॉ. शर्मा ने सिवनी मालवा विधानसभा के विधायक प्रेमशंकर वर्मा की बात का समर्थन किया है कि इटारसी मंडी को देश की सबसे अच्छी मंडी होना चाहिए।
हर काम में होती है सुधार की गुंजाइश
सिवनी मालवा के विधायक प्रेमशंकर वर्मा ने कहा कि अनाज की बोली समय पर लगे, किसानों का माल समय पर तुले, भुगतान समय पर हो। यह सब हो तो रहा है लेकिन सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश की सबसे अच्छी मंडी क्यों, बल्कि देश में सबसे अधिक उत्पादन वाला जिला नर्मदापुरम है तो उसकी यह मंडी देश की सबसे अच्छी मंडी क्यों नहीं होना चाहिए। श्री वर्मा ने कहा कि इटारसी मंडी से केसला और कालाआखर की उपमंडियां जुड़ी हुई है, वहां भी मंडियों का कामकाज प्रारंभ होना चाहिए ताकि वहां भी रोजगार बढऩे की दिशा में काम हों। श्री वर्मा ने कहा कि केसला ब्लाक में एक ही मंडी प्रारंभ हो जाए तो काफी बेहतर हो जाएगा। इसी तरह से डोलरिया मंडी को भी इटारसी में शामिल करके उसे भी चालू किया जाना चाहिए।
मंडी के पूर्व अध्यक्ष पीयूष शर्मा ने कहा कि यह प्रदेश की पहली ऐसी मंडी है, जहां सबसे पहले आधुनिक गेट लगा है। प्रदेश की किसी मंडी में वर्षों पूर्व बाउंड्रीवाल बनी थी तो वह भी इटारसी मंडी ही थी। यह लाभ में चल रही मंडी केवल यहां के व्यापारियों और किसानों के बीच तालमेल के कारण बनी है। जहां व्यापारियों के हितों का ख्याल रखा जाता है, वहां किसानों को फायदा होता है। सबके सामन्जस्य से संस्था चलती है तो सबको फायदा मिलता है।