दूरियां, नज़दीकियां बन रहीं, आकाशीय इत्तेफाक है
विद्या विज्ञान अंतर्गत सारिका का वैज्ञानिक जागरुकता कार्यक्रम
इटारसी। दूरी सिमट जायेगी और सौरमंडल का सबसे चमकदार ग्रह वीनस और सबसे बड़ा ग्रह जुपिटर एक दूसरे से जोड़ी बनाते हुये नजऱ आयेंगे।
सूर्यास्त के बाद दो मार्च को दिखने जा रही इस खगोलीय घटना की जानकारी देते हुये नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि पश्चिम में लगभग 26 डिग्री उपर उदित दिखने के बाद दोनो ग्रहों के बीच का फासला सिर्फ आधा डिग्री रह जायेगा जो कि पूर्णिमा के दिखने वाले चंद्रमा के आकार के बराबर होगा। इस समय वीनस की चमक माईनस 4 एवं जुपिटर की चमक माईनस 2.1 मैग्नीट्यूड होगी।
सारिका घारू ने बताया कि सूर्य और चंद्रमा के बाद तीसरे सबसे चमकदार खगोलीय पिंड वीनस का सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति के साथ जोड़ी बनाते दिखना वैसे तो 1 मार्च से ही आरंभ हो जायेगा लेकिन वास्तविक मिलन 2 मार्च को भारतीय समयानुसार दोपहर बाद 4 बजकर 11 मिनट पर होगा। सूर्यास्त के बाद अंधेरा होने पर इस मिलन को देखा जा सकेगा।
विद्या विज्ञान के अंतर्गत सारिका ने बताया कि दिखते मिलन का अर्थ यह नहीं है कि ये दोनो ग्रह पास आ गये हैं। इनमें से शुक्र तो पृथ्वी स लगभग 18 करोड़ किमी रहेगा तो बृहस्पति की दूरी 88 करोड़ किमी से अधिक होगी। दूरी में इतना अंतर होते हुये भी इनका पृथ्वी से दिखने वाला कोण इस प्रकार होगा कि वे मिलते से नजऱ आयेंगे। तो आकाशीय मिलन का अद्भुत नज़ारे को देखने हो जाईये तैयार। ध्यान रखियेगा कि सिर्फ दो घंटे दिखने के बाद ये मिलन करते दिखते ही क्षितिज में अस्त हो जायेंगे।