इटारसी। उच्च शिक्षा विभाग मध्य प्रदेश शासन के आदेशानुसार, शासकीय कन्या महाविद्यालय इटारसी में विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर ध्यान सत्र का आयोजन किया गया। हार्टफुलनेस संस्था मध्य प्रदेश के सहयोग से आयोजित कार्यशाला में छात्राओं को ध्यान के प्रति जागरूक कर उसके लाभों से परिचित कराया गया। हार्टफुलनेस संस्था की ओर से वालंटियर गोपीचंद मेघानी ने कहा कि जब हम अपने दिल की आवाज सुनकर अपनी अंत: प्रेरणा का अनुसरण करते हैं, तो अपने जीवन पर पूर्ण नियंत्रण प्राप्त कर सकते हैं।
हृदय पर ध्यान करके हम मन और हृदय के बीच एकरूपता लाने का अभ्यास करते हैं। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आरएस मेहरा ने कहा कि ध्यान के माध्यम से मन को स्थिर, तनाव मुक्त, भय मुक्त और प्रसन्न रख, हम अपने सभी कार्यों में उत्कृष्टता एवं सफलता प्राप्त कर सकते हैं। ध्यान, आत्म जागरूकता, करुणा एवं बेहतर स्वास्थ्य का मार्ग निर्धारित करता है। कार्यक्रम संचालक डॉ. संजय आर्य कहा कि ध्यान के अभ्यास से मानसिक एवं शारीरिक तकनीक के संयोजन का उपयोग कर मन का शुद्धिकरण किया जा सकता है।
डॉ. शिरीष परसाई ने कहा कि स्वयं के साथ होना ही ध्यान है। ध्यान आत्मज्ञान की ओर ले जाता है, जिससे प्राप्त ऊर्जा से मनुष्य जागृत हो जाता है, ध्यान के विज्ञान से मनुष्य रूपांतरित हो सकता है। कार्यक्रम में प्रीति सेन के द्वारा सभी प्राध्यापकों एवं छात्राओं को सहज मार्ग ध्यान का अनुभव कराया गया। हार्टफुलनेस संस्था की ओर से अशोक डेहरिया एवं राजेश गुप्ता ने भी सक्रिय सहभागिता प्रस्तुत की।
कार्यक्रम में डॉ हरप्रीत रंधावा, मंजरी अवस्थी, पूनम साहू, स्नेहांशु सिंह, रविंद्र चौरसिया, डॉ हर्षा शर्मा, डॉ संजय आर्य, डॉ शिरीष परसाई, डॉ शिखा गुप्ता, डॉ श्रद्धा जैन, डॉ नेहा सिकरवार, हेमंत गोहिया, तरुणा तिवारी, प्रिया कलोसिया, क्षमा वर्मा, करिश्मा कश्यप, शोभा मीणा, मंथन दुबे एवं अनेक छात्राओं ने ध्यान सत्र में भाग लिया।