बांद्राभान मेले और नर्मदा स्नान पर प्रतिबंध के विरोध में ज्ञापन
होशंगाबाद। बांद्राभान मेले (Bandrabandh mela) को स्थगित किए जाने और नर्मदा घाट (Narmada Ghat) पर स्नान पर लगे प्रतिबंध के विरोध में आज जिला कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन अपर कलेक्टर आदित्य रिछारिया (Additional Collector Aditya Richaria) को दिया।
जिला कांग्रेस के महामंत्री धर्मेन्द्र तिवारी (District Congress General Secretary Dharmendra Tiwari) ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा तुगलकी फरमान निकाल कर कार्तिक पूर्णिमा पर बांद्राभान मेले को स्थगित करना और घाटों पर स्नान प्रतिबंधित करना धार्मिक आस्था के विपरीत है। जिला प्रवक्ता शिवराज चंद्रोल ने बताया कि 200 वर्षों से बांद्राभान का मेला का आयोजन हो रहा है जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों के लोग मां नर्मदा में स्नान कर पूजा अर्चना करते हैं। छोटे व्यापारियों का रोजगार भी उसी से जुड़ा हुआ है। प्रशासन ने मेले को स्थगित कर दिया और भोपाल में प्रधानमंत्री की रैली में लाखों की भीड़ इकट्ठी की जा रही है, क्या वहां कोरोना नहीं फैलेगा? मुख्यमंत्री खुद को नर्मदा पुत्र कहते हैं और दूसरी ओर नर्मदा स्नान पर प्रतिबंध कराना उनकी असलियत जनता के सामने उजागर करती है।
पूर्व नगर अध्यक्ष राकेश शर्मा ने कहा कि भाजपा आम जनता की जेब से पैसा निकालकर रैली और महोत्सव करने में लगी है और जनता महंगाई की मार से जूझ रही है। भारतीय जनता पार्टी हिंदू धर्म के प्रति और धार्मिक आस्था के प्रति खिलवाड़ कर रही है। कांग्रेस आईटी सेल के जिलाध्यक्ष अक्षय दीक्षित ने कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि होशंगाबाद में लोग इक_े होने से कोरोना फैले और भोपाल में लाखों की भीड़ में भी नहीं, क्या भाजपा ने वहां लोगों में कोरोनावायरस की एंटीबॉडी विकसित कर दी है? यह सरासर धोखा है। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व पार्षद विवेक श्रीवास्तव, कपिल यादव, लवलेश जैन, चंदन यादव, मोनू बरखने, अजय यादव, संजय नहारिया शामिल रहे।