भोपाल। बुधवार को आईपीसीए लैबोरेटरी और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल भोपाल टीम द्वारा सीबीआरएन (रासायनिक ) का मॉक अभ्यास किया गया।
11 वी एनडीआरएफ (NDRF) के कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा (Commandant Manoj Kumar Sharma) के दिशा निर्देशन में एनडीआरएफ भोपाल की टीम व आईपीसीए लैबोरेटरी इंदौर के साथ मॉक अभ्यास किया जिसका मुख्य उद्देश्य किसी भी रासायनिक आपदा के दौरान घायल व चोटिल व्यक्तियों के अमूल्य जीवन की रक्षा करना, सभी रेस्पांस एजेंसियों का रेस्पांंस चेक करना व सभी स्टेक होल्डरस के बीच आपसी समन्वय स्थापित करना है तथा इस मॉक अभ्यास द्वारा खोज, राहत व बचाव कार्य के संचालन में आने वाली कमियों की समीक्षा कर उन्हें दूर करना भी है।
इस मॉक अभ्यास के प्रथम चरण में एनडीआरएफ के अधिकारियों, आईपीसीए लैबोरेटरी लिमिटेड के अधिकारियों तथा अन्य हितधारकों द्वारा बैठक कर इस मॉक अभ्यास की संपूर्ण रूप रेखा तैयार की गयी। इस मॉक अभ्यास का नेतृत्व एनडीआरएफ की टीम कमांडर इंस्पेक्टर रामकुमार मालवीय (Commander Inspector Ramkumar Malviya) ने भोपाल टीम के 35 सदस्यीय प्रशिक्षित टीम द्वारा किया गया। मालवीय ने बताया कि आपसी समन्वय से सकारात्मक पहल व सशक्त रिस्पोंस सिस्टम को विकसित करने से आपदाओं में होने वाली दुर्घटनाओं से आसानी से निपटा जा सके और समय-समय पर इस तरह के मॉक अभ्यास द्वारा जीवन की रक्षा की जा सकेगी।
इस मॉक अभ्यास के दौरान चंद्र सेन हेलाल मैनेजर एचआर, प्रवीण त्रिपाठी सेफ्टी अफसर, राहुल अग्रवाल, सेफ्टी इंचार्ज प्रतुल रॉय, अभय शुक्ला, डीएन शुक्ला और लैबोरेटरी के अन्य स्टाफ भी मौजूद रहे। एनडीआरएफ के सब इंस्पेक्टर, सत्यजीत सिंह,क म्युनिकेशन आईसी सुनील कुमार, अनिल कुमार, सहायक उप निरीक्षक विजय कुमार, विजेंद्र सिंह, रेस्क्युवर जर्म सिंह, विजय, राजेश कुमार, एचएन तिवारी, राहुल कुमार, कुल 35 रेस्कुअर एवं अन्य संस्थाओ के प्रतिनिधि मौजूद रहे।