– आटा, अनाज सहित खाने की अन्य चीजों पर बढ़ा जीएसटी*
इटारसी। देश में लगातार बढ़ रही महंगाई के बीच आम जनता की जेब और ढीली होने वाली है। अब आपको पैकेज्ड (Packaged) एवं लेबल (Labeled) वाले दही (Curd), पनीर (Paneer), लस्सी (Lassi) और रोज इस्तेमाल होने वाली आवश्यक वस्तुओं की कीमतों पर अधिक जीएसटी (GST) देना होगा। पिछले माह हुई बैठक में जीएसटी परिषद ( GST Council) ने विभिन्न उत्पादों पर जीएसटी दरों में बदलाव किया है। इसके तहत अब आटा, दही, लस्सी, पनीर, शहद, अनाज खरीदने पर 5 फीसदी जीएसटी देना होगा। इसके अलावा अन्य वस्तुओं के जीएसटी स्लैब (GST Slab) में भी बदलाव किया गया।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजकुमार केलू उपाध्याय ने कहा कि दही, लस्सी, पनीर, शहद, अनाज, अस्पताल (Hospital) में 5 प्रतिशत बढ़ोतरी (गैर-आईसीयू) से अधिक किराये वाले कमरे पर 5 प्रतिशत, होटल (Hotel) के एक हजार रुपये प्रतिदिन से कम किराये वाले कमरे पर 12 प्रतिशत और टेट्रा पैक (Tetra Pack) पर 18 प्रतिशत जीएसटी देना होगा, जीएसटी काउंसिल ने 18 जुलाई से रोज की अति आवश्यक चीजों पर जीएसटी बढ़ाया है। जीएसटी बढ़ाने के बाद जहां अब चावल-आटा खरीदना महंगा हो जाएगा, वहीं इससे आम आदमी के रसोई का बजट बिगडऩे वाला है।
श्री उपाध्याय ने कहा कि नई दिल्ली (New Delhi) जीएसटी परिषद के फैसले लागू होने के बाद सोमवार से कई खाद्य वस्तुएं महंगी हो गईं हैं। खाद्य पदार्थों को जीएसटी की श्रेणी में लाना आमजन के साथ बहुत बड़ा धोखा है। केंद्र सरकार द्वारा लगाए जा रहे गब्बर सिंह टैक्स (जीएसटी) से जनता को राहत नहीं मिल रही है। जुमले और झूठे वादे लेकर सरकार में आए, परंतु आज जनता के सामने यदि कोई सबसे बड़ी समस्या है तो वह सुरसा रूपी महंगाई है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी परिषद ने पिछले दिनों अपनी बैठक में कर दर में बदलाव 18 जुलाई से प्रभाव में आ गए इसी प्रकार, टेट्रा पैक और बैंक की तरफ से चेक जारी करने पर 18 प्रतिशत और एटलस (Atlas) समेत नक्शे तथा चार्ट पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगेगा। ‘प्रिंटिंग/ड्राइंग इंक’, ( ‘Printing/Drawing Ink’) धारदार चाकू, कागज काटने वाला चाकू और पेंसिल-शार्पनर (Pencil-Sharpener), एलईडी लैंप (LED Lamp), ड्राइंग (Drawing) और मार्किंग (Marking) करने वाले उत्पादों पर कर की दरें बढ़ाकर 18 प्रतिशत कर दी गयी है। सौर वाटर हीटर पर अब 12 प्रतिशत जीएसटी लगेगा, जबकि पहले पांच प्रतिशत कर लगता था।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव (Independence Day Amrit Festival) के वर्ष में मोदी सरकार द्वारा 75 वर्षों में देश में पहली बार रोज के अति आवश्यक खाद्य पदार्थों पर टैक्स लगाया। जीएसटी बढ़ाकर आम आदमी के मुंह का निवाला केंद्र की सरकार ने छीना है। महीने भर की कमाई जीएसटी में आम जनता ने गवाईं।