इटारसी। मानसून का दौर अभी जारी रहने वाला है, क्योंकि वर्तमान में निम्न दाब क्षेत्र और अधिक प्रभावशाली होकर ओडिशा-बंगाल तक सुस्पष्ट निम्न दाब क्षेत्र के रूप में समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊँचाई तक फैले चक्रवातीय परिसंचरण के साथ सक्रिय है। मॉनसून ट्रफ अनूपगढ़, सवाई माधवपुर, झांसी, रीवा, अंबिकापुर, चायबासा से होते हुए बंगाल की खाड़ी में सुस्पष्ट निम्न दाब क्षेत्र से आगे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। वहीं अपतटीय ट्रफ महाराष्ट्र तट से उत्तरी केरल तट के समांतर सक्रिय है। साथ ही दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान में चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है, जबकि अद्यतन पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडल की पछुवा पवनों के बीच एक ट्रफ के रूप 62 डिग्री पूर्व देशांतर के सहारे 28 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में अवस्थित है।
जंगल हैं तो पानी है
होशंगाबाद जिले में सबसे अधिक बारिश पचमढ़ी (Rain Pachmarhi) में होती है, इसका कारण है कि वहां अब भी घने जंगल हैं। जहां जंगल नहीं है और पेड़ों की बेतहाशा कटाई हुई है, वहां बारिश के बादल आ तो जाते हैं, मगर बरसने से पहले जल्दी विदा भी हो जाते हैं। वर्तमान में जो बारिश हो रही है, वह जहां ज्यादा पेड़-पौधे हैं, वहां ज्यादा पानी बरस रहा है, उदाहरण के तौर पर बैतूल और पचमढ़ी को लिया जा सकता है।