जुपिटर ,वीनस और मून के मिलन ने मोहा मन
चंद्रमा ने कराया परिचय, मिलने जा रहे वीनस और जुपिटर का
चंद्र बना गवाह, शुक्र और बृहस्पति की दिखती नजदीकियों का
इटारसी। बुधवार की शाम सूर्य के विदा लेते ही पश्चिम में हंसियाकार चंद्रमा के साथ चमककते शुक्र और बृहस्पति ने खगोलेप्रेमियों का मन मोह लिया।
नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि पृथ्वी का पड़ोसी ग्रह शुक्र जो कि आज पृथ्वी से लगभग 21 करोड़ किमी दूर रहते हुये माईनस 3.9 मैग्नीट्यूड से चमक रहा था इसके उपर बृहस्पति ग्रह स्थित था जो कि लगभग 85 करोड़ किमी दूर रहते हुये माईनस 2.11 मैग्नीट्यूड से चमक रहा था। इन दोनों चमचमाते ग्रहों के बीच हंसियाकार चंद्रमा था जो कि इन दोनों ग्रहों के होने जा रहे मिलन की सूचना दे रहा था।
सारिका ने बताया कि आने वाले 7 दिनो तक जब इन ग्रहों को देखेंगे तो ये हर शाम पास आते दिखेंगे और अंत में दोनो एक दूसरे में समाये से दिखने लगेंगे। जिसे कि खगोलविज्ञान में कन्जक्शन कहा जाता है। हालांकि चंद्रमा तो इनकी पहचान बताकर आगे बढ़ता जायेगा।