होशंगाबाद। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा है कि प्रदेश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के 2030 तक देश की ऊर्जा आवश्यकता की 50 प्रतिशत आपूर्ति सौर ऊर्जा से करने के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा है। प्रदेश में प्रतिदिन 5300 मेगा वॉट से अधिक सौर ऊर्जा का उत्पादन हो रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय ऊर्जा और नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने आज शाजापुर में 5250 करोड़ रूपये की लागत के 1500 मेगा वॉट क्षमता वाले आगर, शाजापुर और नीमच के सौर ऊर्जा पार्क के क्रय अनुबंध पर हस्ताक्षर कर भूमि-पूजन किया। उन्होंने निजी निवेशकों के साथ प्रधानमंत्री ‘कुसुम-अ’ योजना के अनुबंध पर भी हस्ताक्षर किये। मुख्यमंत्री चौहान ने ऊर्जा के क्षेत्र में जन-जागरूकता के उद्देश्य से चलाये जाने वाले ऊर्जा साक्षरता अभियान ‘ऊषा’ का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश आज बिजली उत्पादन में आत्म-निर्भर है। प्रदेश में प्रतिदिन 22 हजार मेगा वॉट बिजली का उत्पादन हो रहा है। केन्द्रीय ऊर्जा एवं नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि सरकार ने हर गांव-हर घर तक बिजली पहुंचा दी है। यदि कोई घर छूट गया हो तो बता दें, वहां भी बिजली पहुंचा दी जाएगी।
परियोजना से विद्युत उत्पादन मार्च 2023 में प्रारंभ होगा
नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने सौर परियोजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 1500 मेगा वॉट की इन सौर परियोजनाओं में आगर जिले में 550 मेगा वॉट की 2 यूनिट (350+200), शाजापुर जिले में 450 मेगा वॉट की 3 यूनिट (105+220+125) और नीमच जिले में 500 मेगा वॉट की क्षमता की 3 यूनिट (170+160+170 मेगा वॉट) स्थापित की जाएंगी। परियोजनाओं से मार्च 2023 में विद्युत उत्पादन प्रारंभ हो जाएगा। ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदर सिंह परमार, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री बृजेन्द्र सिंह यादव, सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी और रोडमल राठौर सहित जन-प्रतिनिधि, नागरिक एवं स्कूली छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।