तुम वस्ल का वादा तो करो,
हम हज़ार चिराग़ रोशन कर देंगे।
तुम एक ख़्वाब तो देखो, हम,
दयार-ए-ख़्वाब तुम्हारे नाम कर देंगे।
तुम दिल का फलक हमें दे दो,
हम इश्क को परवाज़ दे देंगे।
तुम इकरार के दो लफ़्ज़ कह दो,
हम एतबार-ए-दिल तुम्हें दे देंगे।
– वस्ल – मिलन
– दयार – ए – ख़्वाब – सपनों की जगह
अदिति टंडन(Aditi Tandan)
आगरा