सरस्वती स्कूल में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का आयोजन किया 

Post by: Aakash Katare

इटारसी। सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय आर्यनगर में विद्या भारती पूर्व छात्र परिषद ने आज 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का आयोजन किया गया।  ज्ञातव्य है कि पिछले वर्ष केंद्र सरकार द्वारा 14 अगस्त को आधिकारिक रूप से विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है।

स्वतंत्रता के पूर्व 1947 में इसी दिन भारत का विभाजन हुआ था जिसकी पीड़ा और दंश लाखों लोगों ने झेला है। लगभग 10 लाख से अधिक लोगों की हत्या हुई और 20 लाख से अधिक लोग अपने पूर्वजों की पुण्यभूमि सहित घर बार, खेत व्यापार, स्मृतियां सबकुछ छोड़कर पलायन करने को विवश हुये।

इस भयानक विभीषिका में लाखों हुतात्माओं के बलिदान और पीड़ा की स्मृतियों को जीवंत रखने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाता है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मोहनदास चेलानी, विशिष्ट अतिथि गोपाल सिद्धवानी एवं सन्मुखदास चेलानी ने इस विषय पर अपने विचार रखे और अपने पूर्वजों के संघर्ष और त्याग का उल्लेख करते हुये विभाजन की त्रासदी का वर्णन किया।

मुख्य वक्ता के रूप में विद्यालय समिति उपाध्यक्ष अभिषेक तिवारी ने बताया कि हमें सदैव स्मरण रखना चाहिये कि जिस धार्मिक कट्टरता और हठधर्मिता के कारण देश विभाजन हुआ वह सोच और लोग आज भी अस्तित्व में हैं।

हम सभी को सजग और सावधान रहते हुये हर स्तर पर उनका प्रबल प्रतिकार और विरोध करते हुये देश की स्वतंत्रता, एकता और संप्रभुता की रक्षा करना है। प्राचार्य नर्मदाप्रसाद मालवीय, प्राचार्य जयसिंह कौरव एवं विद्यालय के प्राचार्य प्रताप सिंह राजपूत, पूर्व छात्र परिषद संयोजक सौरभ दुबे की उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न हुआ।

संचालन आचार्य बृजमोहन सोलंकी व अतिथि परिचय पूर्व छात्र व जैविक कृषक संदीप मालवीय ने किया। इस अवसर पर समस्त आचार्य व विद्यालय परिवार सहित  अभिभावक जन एवं नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

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