इटारसी। पुलिस अधीक्षक, नर्मदापुरम के कड़े निर्देशों के बाद जिले में जुआ और सट्टे के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत, थाना इटारसी पुलिस ने शुक्रवार को एक बड़ी सफलता हासिल की है। रात्रि गश्त के दौरान मुखबिर की सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए, पुलिस ने चार जुआरियों को गिरफ्तार किया और उनके पास से भारी मात्रा में नगदी जब्त की।
घटना का विवरण
थाना प्रभारी इटारसी, निरीक्षक गौरव सिंह बुंदेला को रात्रि गश्त के दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि दादा धाम हनुमान मंदिर के सामने, नाला मोहल्ला, इटारसी में कुछ लोग स्ट्रीट लाइट के उजाले में ताश के पत्तों पर हार-जीत का दांव लगाकर जुआ खेल रहे हैं। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी ने तत्काल एक टीम गठित की और बताए गए स्थान पर घेराबंदी कर दबिश दी। पुलिस को देखते ही आरोपियों ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस टीम ने उन्हें घेरकर पकड़ लिया। पुलिस ने मौके से ताश पत्ती की गड्डी और जुए में लगी कुल 1,34,600/- (एक लाख चौंतीस हजार छह सौ रुपये) नगद जब्त किए हैं।
गिरफ्तार किए आरोपी
रोहित पिता अनिल खरारे 25 निवासी बजरंगपुरा, इटारसी, अर्जुन परते पिता अशोक खरारे 50 निवासी नाला मोहल्ला, इटारसी, सौरभ बैस पिता संजय बैस 25 निवासी नाला मोहल्ला, इटारसी, अजय राजपूत पिता संतोष सिंह राजपूत 28 निवासी अब्दुल हमीद नगर, इटारसी। चारों आरोपियों के विरुद्ध थाना इटारसी में अपराध क्रमांक 908/25 धारा 13 जुआ एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की विवेचना जारी है।
आदतन अपराधी भी शामिल
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों रोहित खरारे के विरुद्ध पहले भी थाना इटारसी में एक गंभीर अपराध धारा 363, 366, 376(2)एन और पॉक्सो एक्ट की धारा 4, 6) पंजीबद्ध है। आरोपी अर्जुन परत जुआ का आदतन अपराधी है। इसके विरुद्ध पूर्व में जुआ एक्ट की विभिन्न धाराओं के कुल 06 अपराध और एक अपराध आम्र्स एक्ट सहित कुल 07 अपराध पहले से ही दर्ज हैं।
कार्रवाई में शामिल पुलिस टीम
यह संपूर्ण कार्रवाई पुलिस अधीक्षक सांई कृष्णा के मार्गदर्शन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन के निर्देशन, और एसडीओपी इटारसी वीरेन्द्र मिश्रा के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी निरीक्षक गौरव सिंह बुंदेला के नेतृत्व में पूरी की गई। कार्यवाही में एसडीओपी इटारसी वीरेन्द्र मिश्रा, थाना प्रभारी निरीक्षक गौरव सिंह बुंदेला, उपनिरीक्षक अरविंद बेले, गुलाब रघुवंशी, आरक्षक अंकित, नरेन्द्र, राकेश, सतीश, एवं आरक्षक चालक टिल्लू की सक्रिय और सराहनीय भूमिका रही।







