इटारसी। कहते हैं, इस जीवन में कभी कुछ साथ जाता है तो आपका व्यक्तित्व है, जिसे लोग वर्षों-बरस याद रखते हैं। ऐसे ही एक कुशल व्यवहार के धनी रेंजर की ऐसी विदाई हुई कि इससे पहले किसी रेंजर को ऐसे कर्मचारियों ने विदा नहीं किया। रेंजर नवन सिंह चौहान सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के बोरी रेंज से रिटायर हुए तो कर्मचारियों ने मन से उनको शुभकामनाएं देकर विदा किया। विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों ने उनके सेवानिवृत्ति समारोह को ऐतिहासिक बनाया और कई कर्मचारियों की आंखें नम हो गयीं।
एक ऐसा अधिकारी जो न केवल व्यवहार कुशल था, बल्कि सबको साथ लेकर चलने और सबके कुशलक्षेम जानना उसकी पहचान रही। वन विभाग के कई कर्मचारी बताते हैं कि अभी तक किसी भी कर्मचारी का ऐसा सेवा निवृत्ति समारोह नहीं हुआ। कार्यक्रम में पूरे जिले भर से पचमढ़ी, बनखेड़ी, सोहागपुर, बाबई, बागरा, नर्मदा पुरम, इटारसी, केसला, भोपाल सहित अन्य जगह से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। रेंजर नवल सिंह चौहान को उनके सफलतम 40 वर्ष के सेवा कार्यकाल पूर्ण करने पर विदाई दी। श्री चौहान ने अपना पूरा कार्यकाल सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में ही पूरा किया। उन्होंने बारासिंघा को कान्हा से लाकर बोरी में बाड़े में रखना, उनका संरक्षण करना, एवं टाइगर रिजर्व से वन ग्रामों का विस्थापन सफलतापूर्वक कराया जिसके लिए उन्हें तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सम्मानित भी किया था। केंद्र सरकार ने भी सर्वश्रेष्ठ विस्थापन मानते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को सम्मानित किया था।
विदाई समारोह में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर एल कृष्णमूर्ति मुख्य अतिथि थे। उपसंचालक संदीप फेलोज, सेवानिवृत्त एके मिश्रा, सहायक संचालक विनोद वर्मा, आशीष खोबरागड़े, अंकित जामोद, राजीव श्रीवास्तव, संदेश माहेश्वरी, सेवानिवृत्त एसडीओ मधुकर चतुर्वेदी एवं आर के चौरे, एसडीओपी इटारसी महेंद्र सिंह चौहान, थाना प्रभारी इटारसी बुंदेला, नगर पालिका अध्यक्ष पंकज चौरे, परिक्षेत्र अधिकारी आरबी पाठक, निशांत डोशी, विजय वारसकर, दुर्गेश विशेन, उमेश मारू, सुनील पंद्रे, श्रीवास्तव, धरमपुरी, सेवानिवृत अब्दुल्ला खान, केएल मंडराई, एसके शुक्ला, हरदा एवं नर्मदापुरम से आए अन्य परिक्षेत्र अधिकारी तथा वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ. गुरुदत्त शर्मा पहुंचे। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि नवल चौहान ने हमेशा अपने कर्तव्यों का निष्ठा पूर्वक निर्वहन किया है, हमारे द्वारा जो भी दायित्व उन्हें सौंपे गए वह उन्होंने सफलतापूर्वक निभाया। शासकीय दिशा निर्देशों का उनके द्वारा सत्य प्रतिशत पालन किया। अतिथियों ने अपने विचार प्रकट करते हुए श्री चौहान को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।