भोपाल। मध्य प्रदेश को तेजी से अपनी चपेट में ले रहे बर्ड फ्लू (Bird Flu) का संक्रमण अब झाबुआ के विश्व प्रसिद्ध कड़कनाथ (Kadaknath) पर भी आन पड़ा है, जिसने प्रदेश सरकार की चिंताएं बढ़ा दी हैं।दरअसल, मध्य प्रदेश के झाबुआ के प्रसिद्ध कड़कनाथ प्रजाति के मुर्गे में बर्ड फ्लू के संक्रमण की पुष्टि होने के बाद झाबुआ से लेकर भोपाल तक प्रशासनिक अलर्ट जारी किया गया है। खास बात ये है कि, जिस फार्म के कड़कनाथ में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है, वहां से पिछले दिनों इंडियन टीम (Team India) के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) के फॉर्म के लिये कड़कनाथ का ऑर्डर दिया गया था। ताजा जानकारी से पता चला है कि, बर्ड फ्लू संकट को देखते हुए अब महेन्द्र सिंह धोनी कड़कनाथ मुर्गा नहीं पालेंगे।
धोनी ने कैंसिल किया ऑर्डर धोनी द्वारा कड़कनाथ मुर्गे का पालन न करने का फैसला बर्ड फ्लू के चलते लिया है। इसी वजह से उन्होंने झाबुआ स्थित निजी पोल्ट्री फार्म संचालक को दो माह पूर्व दिए 2000 हजार चूजों का आर्डर को भी कैंसिल कर दिया है। झाबुआ जिले के थांदला स्थित रूंडीपाड़ा के पास एक पोल्ट्री फॉर्म में उनके आर्डर के अनुसार कड़कनाथ के चूजे पाले जा रहे थे। हालांकि, बीते मंगलवार को उन चूजों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने पर सुरक्षा कारणों के मद्देनजर धोनी ने अपना आर्डर कैंसिल कर दिया है।
एक किलोमीटर दायरे के सभी फॉर्म के कड़कनाथ और मुर्गा-मुर्गी किये गए डिस्पोज मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य प्रदेश समेत देश के अधिकतर सूबों में बर्ड फ्लू का खासा प्रभाव देखा जा रहा है। हालांकि, ये देश में पहला मामला है, जब झाबुआ स्थित पोएट्री फॉर्म में कड़कनाथ नस्ल के मुर्गे में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। मंगलवार को फॉर्म के कड़कनाथ में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद वहां मौजूद अन्य 926 कड़कनाथ को डिस्पोज कर दिया गया है। यही नहीं आसपास के लगभग एक किलोमीटर दायरे में आने वाले सभी मुर्गा-कड़कनाथ और अन्य पक्षियों को डिस्पोज किया जा चुका है। इस इलाके के मुर्गे-मुर्गियों को हल्का एनेस्थेसिया (Anesthesia) देकर, फिर उन्हें मारकर गहरे गड्ढे में दफनाया जा रहा है। जिला प्रशासन के निर्देश पर 15 कर्मचारियों की टीम इलाके में इस काम को बुधवार से ही पूरी मुस्तैदी के साथ कर रही है।