इटारसी। शासकीय महात्मा गांधी स्मृति महाविद्यालय में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अंतर्गत विकसित भारत के स्वदेशी तकनीकि प्रौद्योगिकी विषयांतर्गत कार्यक्रम का आयोजन किया। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में प्राचार्य डॉ.राकेश मेहता ने विकसित भारत के लिए स्वदेशी तकनीक विषय पर बताया कि हमें अपना वैज्ञानिक स्वभाव कैसे बनाना है एवं हमारी भारतीय ज्ञान की परंपरा को आज के संदर्भों एवं दैनिक जीवन तथा गौ-पालन के अर्थशास्त्र के बारे में बताया।
महाविद्यालय के भौतिक शास्त्र विभाग के प्राध्यापक डॉ.मुकेश जोठे ने डॉ.सीव्ही रमन के जीवन के संपूर्ण घटनाओं पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अतिथि नवीन पटेल ने बताया कि विज्ञान ज्ञान के महान पुंज का एक हिस्सा है, जो हमें सीखने की एक राह देता है, तथा शोध की ओर अग्रसर करता है। गणित विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ.रश्मि तिवारी ने भारत के महान गणितज्ञों के योगदान की जानकारी दी। प्राणीशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. अर्चना शर्मा ने बताया कि बॉयोडायवर्सिटी कैसे विकसित भारत में महत्व रखती है, तथा वैज्ञानिकों के बारे में जानकारी दी। रसायन शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. बस्सा सत्यनारायणा बताया की स्वदेशी प्रौद्योगिकी को किस प्रकार प्राचीन प्रौद्योगिकी से कैसे अपनाया जा सकता है।
रसायन शास्त्र में रस का क्या अर्थ होता है, इसके बारे में बताया। वनस्पति शास्त्र विभाग की दीक्षा पटैल ने विकसित भारत के स्वदेशी तकनीकि विषय पर वैज्ञानिकों की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी। कम्प्यूटर विभाग की शिखा चन्द्रवंशी ने नेटर्वक के द्वारा टेक्नोलॉजी का उपयोग बताया। प्राणीशास्त्र विभाग के डॉ.सौरभ पगारे द्वारा शिक्षित भारत विकसित भारत एवं तकनीकि भारत के बारे में बताया। गणित विभाग के प्राध्यापक डॉ.राजेश हरियाले ने कविता के माध्यम से विज्ञान के महत्व को बताया। स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ ने अतिथियों को सम्मानित किया। संचालन अंकिता पांडे ने आभार गणित विभागाध्यक्ष डॉ.रश्मि तिवारी ने किया।