बनखेड़ी। इस समय किसान(Farmers) अपनी आगामी फसल गेहूं के लिए खाद का भंडारण करने लगे हैं, ताकि आगे चलकर उन्हें कोई परेशानी ना हो लेकिन बनखेड़ी के प्रमुख रासायनिक खाद बीज दुकान संचालक (Chemical fertilizer seed shop operator) अपनी मनमानी चला रहे हैं। रासायनिक खाद बीज दुकान संचालक किसानों को बिना डीएपी(DAP) के यूरिया (UREA) नहीं दे रहे। दुकानदारो का कहना है किसी किसान को यूरिया चाहिए तो उसे डीएपी लेना ही पड़ेगा नहीं तो यूरिया नहीं दिया जाएगा। यूरिया की कीमत 270 है और वही डीएपी की कीमत 12 सौ रुपए के आसपास है, कुछ किसान तो ऐसे भी हैं जिन्हें सिर्फ यूरिया ही चाहिए लेकिन उनको मजबूरी में डीएपी लेना पड़ रहा है। जिससे उन्हें हजारों रुपए का नुकसान झेलना पड़ रहा है। रसायनिक दुकान संचालक द्वारा खाद, बीज, दवाइयां, कच्चे बिल पर दी जाती हैं किसानों को पक्का बिल में नहीं दिया जाता। कच्चे बिल पर दुकान संचालक लाखों रुपया का गोलमाल कर रहे हैं और प्रशासन इस विषय पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं है। कई बार इनकी खबरें समाचार पत्रों में प्रकाशित हो चुकी हैं लेकिन प्रशासन द्वारा आज तक इन पर कार्यवाही नहीं की गई।
इनका कहना है
बनखेड़ी विकासखंड जिले से 100किलोमीटर दूर है। यहां के उर्वरक बिक्रेता यूरिया से साथ डीएपी खाद अनिवार्य कर रहे तो शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उग्र आंदोलन खड़ा होते दिखाई दे रहा है, अगर प्रशासन इस पर कोई उचित निर्णय नहीं लेता अगले समय में उग्र आंदोलन होगा जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की रहेगी।
जितेंद्र भार्गव(JItendra Bhargav), किसान नेता
किसान की जो मर्ज़ी होगी वह खरीदेगा, किसी की कोई जबरदस्ती नहीं है और अगर कोई दुकान संचालक ऐसा करता है तो उस पर कार्यवाही की जायेगी।
जितेंद्र सिंह(Jitendra Singh), जिला कृषि अधिकारी