गांवों में पैर पसार रहा है सट्टा, पुराने खाईबाज सक्रिय

Post by: Rohit Nage

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इटारसी। सट्टे (Betting) के बारे में कहा जाता है कि इस सामाजिक बुराई को आज तक कोई बंद नहीं करा सका है। और यह विचार पथरोटा (Pathrota) और वहां आसपास के ग्रामीण अंचल में एकदम सत्य साबित हो रहे हैं। एक दबंग पुलिस अफसर की छवि वाले पथरोटा थाना प्रभारी भी सट्टे की इस बुराई को खत्म करने में असहाय महसूस कर रहे हैं।
पथरोटा थाना अंतर्गत आर्डनेंस फैक्ट्री (Ordnance Factory) क्षेत्र के दशहरा मैदान (Dussehra Maidan), नटराज प्लांट (Natraj Plant) के सामने, पथरोटा का नयापुरा, धाईं सोंठिया सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों में शहर के एक पुराने खाईबाज का सट्टा बेखौफ चल रहा है।  दूसरी पीढ़ी इस अपराध में उतार दी गई है।
खबर तो यहां तक है कि यह खाईबाज अब गांव और शहर के सट्टे कारोबार पर कब्जा करके सट्टा किंग बनने की मंशा रखता है और शहर के कुछ छोटे सटोरियों पर उनको ही धंधा देने का दबाव बनाया जा रहा है। बहरहाल, शहर में भी सट्टा चल रहा है, लेकिन वह इतना नहीं है, जितना पथरोटा के ग्रामीण इलाकों में। गांवों में पहुंचकर इस सट्टे ने अब छोटी-छोटी इनकम वाले ग्रामीणों का परिवार उजाडऩा प्रारंभ कर दिया है। पुलिस कप्तान से उम्मीद की जाती है कि वे इन ग्रामीण अंचलों में चल रहे इस सट्टे के खेल को अपनी खुफिया टीम से जांच कराके इस पर अंकुश लगाने के लिए विशेष टीम तैयार करेंगे, क्योंकि यह खेल इतनी बेफिक्री से चलना तो कहीं न कहीं मिलीभगत की ओर ही इशारा कर रहा है।

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