Hindi News

मध्यप्रदेश में निवेश की अपार संभावनाएं : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

Manju Thakur

मुख्यमंत्री ने कोलकाता में निवेशकों के साथ की राउंड टेबल मीटिंग


- मुख्यमंत्री ने कोलकाता में निवेशकों के साथ की राउंड टेबल मीटिंग

भोपाल, 20 सितंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। इन्ही संभावनाओं में निवेश के अवसर तलाशने और निवेशकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से इन्वेस्टर्स समिट देश के विभिन्न शहरों में की जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शुक्रवार को कोलकाता में आयोजित इन्वेस्टर्स समिट में स्टील और मिश्र धातु निर्माण, लॉजिस्टिक, हौजरी व टेक्सटाइल एवं नैस्कॉम पर केन्द्रित राउंड टेबल मीटिंग को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सभी निवेशकों से कहा कि प्रदेश से कच्चा माल दूसरे प्रदेशों और देशों में जाता है। हमारे प्रयास है कि प्रदेश से अन्य स्थानों पर जाने वाले कच्चे माल से प्रदेश में ही उत्पादन की श्रृंखला विकसित हो। इससे प्रदेश में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और समृद्धि के नये द्वार भी खुलेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में निवेशकों को उत्पादन यूनिट की स्थापना के लिए आवश्यक अनुमतियाँ और स्वीकृतियाँ शीघ्र प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में उद्योगों की स्थापना के लिए सभी आवश्यक व्यावहारिक कठिनाइयों को दूर किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी निवेशकों से प्रदेश में उद्योग स्थापित करने के लिए नीतियों में संशोधन और सुझाव भी मांगे। उन्होंने मध्यप्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए निवेशकों को आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री के प्रदेश में निवेश को बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सभी निवेशकों ने सराहना की। निवेशकों ने मध्यप्रदेश में निवेश के प्रति रूचि दिखाई।

हौजरी एवं वस्त्र निर्माण, लॉजिस्टिक्स, स्टील और मिश्र धातु निर्माण और आईटी/आईटीईएस (नैस्कॉम) पर चार राउंड टेबल मीटिंग्स हुई। हौजरी एवं टेक्सटाइल राउंड टेबल मीटिंग का उद्देश्य मध्यप्रदेश में हौज़री एवं रेडीमेड गारमेंट सेक्टर के औद्योगिक विकास को प्रभावी गति प्रदान करना था। मीटिंग में स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र और नवाचार के अवसरों पर चर्चा हुई, जिसमें प्रतिभागियों ने पीएम् मित्र पार्क में निवेश बढ़ाने, चुनौतियों और संभावित समाधानों के बारे में बताया।

लॉजिस्टिक्स राउंड टेबल मीटिंग का उद्देश्य मध्यप्रदेश में लॉजिस्टिक्स सेक्टर के औद्योगिक विकास को प्रभावी गति प्रदान करना था। मीटिंग में लॉजिस्टिक्स पारिस्थितिकी तंत्र में नए निवेश और नवाचार की आवश्यकता पर जोर दिया गया, साथ ही इंदौर मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क में निवेश के अवसरों एवं इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर चर्चा हुई।

स्टील और मिश्र धातु निर्माण राउंड टेबल मीटिंग का उद्देश्य मध्यप्रदेश में स्टील एवं माइनिंग सेक्टर के औद्योगिक विकास को प्रभावी गति प्रदान करना थाI मीटिंग्स में उद्योग स्थापना में सहायक नीतियों एवं सेक्टर के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने हेतु चर्चा की गई।

राउंड टेबल मीटिंग में नैस्कॉम के साथ मध्यप्रदेश को एक उभरते आईटी और आईटीईएस केंद्र के रूप में स्थापित करने पर चर्चा की गई। प्रदेश में आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर हेतु विभिन्न आवश्यकताओं एवं प्रदेश में आईटी, आईटीईएस एवं ईएसडीएम में निवेश आकर्षित करने पर जोर दिया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निवेशकों के साथ नेटवर्किंग डिनर भी किया।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

ग्वालियरः ऊर्जा मंत्री तोमर ने लगातार दूसरे दिन राहत शिविर में बिताई रात, जलभराव क्षेत्रों का किया भ्रमण

Manju Thakur

ऊर्जा मंत्री तोमर ने  बहोड़ापुर तिराहे पर की झाडू से सफाई


भोपाल, 20 सितंबर (हि.स.)। उप नगर ग्वालियर में अति वर्षा से हुए जलभराव से प्रभावित बस्तियों के लोगों के लिए स्थापित शिविर में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने लगातार दूसरी रात बिताई। उन्होंने गुरुवार की रात पीएचई कॉलोनी स्थित राहत शिविर के शिविरार्थियों के बीच गुजारने के बाद शुक्रवार को उप नगर ग्वालियर के जलभराव से प्रभावित विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण कर राहत और सुधार कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जनसमस्याओं के त्वरित निराकरण के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिए।

ऊर्जा मंत्री ने शुक्रवार सुबह सबसे पहले वार्ड क्रमांक 7 के रामनगर, प्रसाद नगर, शर्मा फार्म हाउस रोड व पीएचई कॉलोनी पहुँचकर लोगों की कठिनाईयाँ व समस्याएं जानीं। उन्होंने इन बस्तियों की समस्याओं का तत्परता से निराकरण करने के निर्देश साथ में मौजूद नगर निगम एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए।

मंत्री तोमर ने इसी कड़ी में मोती झील स्थित यादव कॉलोनी, शिव शक्ति नगर तथा नहर वाली पट्टी पहुँचकर जल भराव की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को मोती झील नाले की तेजी से सफाई कराने के निर्देश लोक निर्माण विभाग और नगर निगम के अधिकारियों को दिए। श्री तोमर ने नगर निगम, विद्युत और जिला प्रशासन के अधिकारियों की उपस्थिति में सड़क व सीवर और विद्युत व्यवस्था की भी समीक्षा की और सभी संबंधित अधिकारियों को समस्याओं के शीघ्र समाधान के निर्देश दिए।

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने उप नगर ग्वालियर के किशन बाग़ क्षेत्र में निरीक्षण के दौरान नगर निगम एवं विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता से जुड़े विकास कार्यों में कोई अवरोध न हो। क्षेत्र की समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने औद्योगिक क्षेत्र शंकरपुर में भी अति वर्षा के कारण उत्पन्न हुई जलभराव की समस्या का निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने नगर निगम, विद्युत विभाग, और जिला प्रशासन के अधिकारियों से कहा कि आमजन को त्वरित समाधान मिले इसके लिए आवश्यक क़दम उठाएं। ऊर्जा मंत्री तोमर ने घोसीपुरा रेलवे स्टेशन पहुँचकर सीवर और विद्युत व्यवस्था का निरीक्षण किया। उन्होंने स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था करने के साथ ही साफ़ सफ़ाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि समस्याओं के झत्वरित निदान के लिए हमारी प्रतिबद्धता जारी है। जनता की समस्याओं का निराकरण हमारी पहली प्राथमिकता है और इसके लिए हर संभव प्रयास जारी रहेगा।

बहोड़ापुर तिराहे पर की झाडू से सफाई

ऊर्जा मंत्री तोमर ने शुक्रवार को स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े के तहत जेल तिराहा वहोड़ापुर पर झाडू से साफ-सफाई की। साथ ही स्थानीय निवासियों से इस रचनात्मक अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने का आह्वान किया।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

मप्रः विद्युत कनेक्शन में नाम परिवर्तन करवाना आसान

Manju Thakur

- सरल संयोजन पोर्टल पर घर बैठे करें ऑनलाइन आवेदन

भोपाल, 20 सितंबर (हि.स.)। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने शुक्रवार को बताया कि मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा विद्युत उपभोक्ताओं को कंपनी के सरल संयोजन पोर्टल के माध्यम से विद्युत कनेक्शन में नाम परिवर्तन करने के लिए ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध कराई है। अब उपभोक्ताओं को उनके परिसरों में पूर्व से विद्यमान कनेक्शन के नाम में परिवर्तन करना बेहद आसान हो गया है। अब जिन उपभोक्ताओं को अपने मीटर से संबंधित नाम में परिवर्तन करवाना है वह कंपनी की वेबसाइट https://portal.mpcz.in/ web/ में एलटी सर्विसेस के एलटी अदर सर्विसेस में दिये गये नेम ट्रांसफर अथवा सीधे https://saralsanyojan.mpcz.in:8888/home पर जाकर अदर यूजफुल लिंक्स में दिये गये अप्लाय फॉर अदर सर्विसेस के माध्यम से आसानी से करा सकते हैं।

कंपनी कार्यक्षेत्र में अब तक 124 ऑनलाइन नाम परिवर्तन के आवेदन प्राप्त हुए हैं जिनमें से 105 उपभोक्ताओं ने ऑनलाइन प्रक्रिया पूर्ण कर सफलतापूर्वक अपने विद्युत संयोजन में नाम परिवर्तन कराया है। विद्युत उपभोक्ताओं को नाम परिवर्तन के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के दौरान अपना आईवीआरएस नंबर,संबंधित समग्र आईडी,पैन कार्ड एवं आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने के उपरांत लिंक मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी दर्ज कर निर्धारित शुल्क 170/- रुपये का भुगतान करना होगा। ऑनलाइन आवेदन देने के पश्चात उपभोक्ता आवेदन क्रमांक अथवा मोबाइल नंबर से आवेदन की स्थिति भी देख सकते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

मप्रः लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भाग्योदय तीर्थ पहुंचकर लिया मुनिश्री का आशीर्वाद

Manju Thakur

मप्रः लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भाग्योदय तीर्थ पहुंचकर लिया मुनिश्री का आशीर्वाद


मप्रः लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भाग्योदय तीर्थ पहुंचकर लिया मुनिश्री का आशीर्वाद


- खाद्य मंत्री राजपूत के निवास पर बुंदेली परंपरा से हुआ लोकसभा अध्यक्ष का स्वागत

भोपाल, 20 सितंबर (हि.स.)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मध्य प्रदेश के एक दिन के प्रवास पर शुक्रवार शाम को सागर जिले में स्थित भाग्योदय तीर्थ पहुंचे, जहां उन्होंने मुनिश्री 108 सुधा सागर महाराज के 42 में दीक्षा दिवस के अवसर पर शामिल होकर मुनिश्री का आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए कहा कि अपनी कठिन तपस्या और साधना से श्रद्धेय मुनिवर ने अध्यात्म का शिखर छुआ है तथा अपने कृतित्व से जीव जगत का कल्याण कर रहे हैं।

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि परोपकार के लिए समर्पित जैन परंपरा के महान तीर्थंकरों और मुनियों का जीवन सम्पूर्ण संसार के लिए प्रदर्शक हैं। जीवमात्र के प्रति दया, करुणा, शांति और विनय जैसे महान मूल्य ही वैश्विक उन्नति को प्रशस्त करते हैं। उन्होंने कहा मंदिर व्यक्ति के जीवन के अंदर हमेशा सत्य और नैतिकता के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं। जब हम मंदिर में जाते हैं जो विचार भगवान महावीर ने दिए हैं, उन विचारों को जीवन में उतारने का काम करते हैं। मंदिर में जाकर कहते हैं कि सृष्टि का भला हो। मुनि सुधा सागर महाराज देश-दुनिया में जहां भी गए, उन्होंने सर्व समाज के उत्थान और भले के लिए काम किया। उन्होंने गौशाला, अस्पताल, प्याऊ, छोटे लघु, कुटीर उद्योग दिए। जिससे व्यक्ति के जीवन में बदलाव आए। वे सात हजार किमी से ज्यादा की पैदल यात्रा कर चुके हैं। जहां से निकलते हैं वहां व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन किया है।

उन्होंने कहा कि अभी दशलक्षण पर्व, क्षमा पर्व था। मैं भी आप सबसे क्षमा चाहता हूं। दुनिया मानती है अगर दुनिया में परवर्तन करना है तो हमें अहिंसा का मार्ग पर अपनाना होगा। सुधा सागर महाराज देश दुनिया में भगवान महावीर के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। हम सबको अंधेरे में रोशनी की तरह गुरुवर का ज्ञान मिल जा रहा है। बहुत साल बाद मुझे गुरुवर का आशीर्वाद मिला है। मैं गुरुवर को प्रणाम करता हूं।

इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष बिरला के भोपाल पहुंचने पर प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि के रूप में खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने स्टेट हैंगर पर जोरदार स्वागत किया। लोकसभा अध्यक्ष बिरला के साथ मंत्री राजपूत भी भाग्योदय तीर्थ पहुंचे, जहां मुनि सुधा सागर से आशीर्वाद प्राप्त किया। भाग्योदय तीर्थ में आयोजित 42वें मुनिश्री के दीक्षा दिवस के अवसर पर आयोजन समिति द्वारा लोकसभा अध्यक्ष का परंपरागत तरीके से स्वागत किया गया।

लोकसभा अध्यक्ष को भाया स्वागत का बुंदेली अंदाज

मध्यप्रदेश का बुंदेलखंड क्षेत्र अपनी परंपरा और वैभव के लिए जाना जाता है। कुछ ऐसा ही नजारा सागर में खाद्य मंत्री राजपूत के निवास में देखने को मिला। लोकसभा अध्यक्ष बिड़ला भाग्योदय तीर्थ में आयोजित दीक्षा दिवस समारोह में शामिल होने के पश्चात खाद्य मंत्री राजपूत के निवास पर पहुंचे। खाद्य मंत्री ने बुंदेली परंपरा से लोकसभा अध्यक्ष का जोरदार स्वागत किया।

अतिथि देवो भवः परंपरा अनुसार मंत्री राजपूत ने लोकसभा अध्यक्ष का स्वागत सत्कार कर शाल-श्रीफल और पुष्प माला पहनाकर स्वागत किया। लोकसभा अध्यक्ष बिरला को इस दौरान बुंदेली व्यंजन पारोसे गए। लोकसभा अध्यक्ष को बुंदेली परंपरा का यह स्वागत अंदाज बहुत ज्यादा पसंद आया। उन्होंने बुंदेलखंड की शान को देश का पर्याय बताया। इस अवसर पर सांसद लता वानखेड़े, जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत सहित जन-प्रतिनिधि मौजूद थे।

---------

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

हर्बल चिकित्सा प्रणाली- संरक्षण और कार्य योजना पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 21-22 सितंबर को भोपाल में

Manju Thakur

हर्बल चिकित्सा प्रणाली- संरक्षण और कार्य योजना पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 21-22 सितंबर को भोपाल में


- गैर-संहिताबद्ध पारंपरिक उपचार प्रणालियों को बचाने होगा मंथन

- पद्म पुरस्कर विजेताओं सहित विषय विशेषज्ञ हर्बल चिकित्सा के भविष्य पर रखेंगे अपने विचार

भोपाल, 20 सितंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में में 21 और 22 सितंबर, 2024 को प्री लोकमंथन: गैर-संहिताबद्ध हर्बल चिकित्सा प्रणाली- संरक्षण, प्रचार और कार्य योजना शीर्षक से अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है। भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर), प्रज्ञा प्रवाह, दत्तोपंत थेंगडी अनुसंधान संस्थान, एंथ्रोपोस इंडिया फाउंडेशन और माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता और संचार विश्वविद्यालय जैसे कई प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा संयुक्त रूप से यह यह दो दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।

जनसम्पर्क अधिकारी अवनीश सोमकुवर ने शुक्रवार को बताया कि यह सम्मेलन हर्बल चिकित्सा परंपराओं के संरक्षण और प्रचार विषय पर केंद्रित है। देश में कई औषधियां सदियों से मौजूद हैं लेकिन औपचारिक स्वास्थ्य प्रणाली के दायरे से बाहर हैं। इस सम्मेलन का उद्देश्य हर्बल उपचार की मौखिक परंपराओं पर प्रकाश डालना और इन प्रथाओं को सुरक्षित रखने के तरीकों की चर्चा करना है।

सम्मेलन का विषय

उन्होंने बताया कि गैर-संहिताबद्ध शब्द इस कार्यक्रम का केंद्रीय विषय है और सामान्यतः यह उन चिकित्सा प्रणालियों से संबंधित है जो उनके संहिताबद्ध पश्चिमी चिकित्सा की तुलना में कम मान्य हैं। विभिन्न चिकित्सा परंपराओं को एक जगह लाकर उनकी समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संदर्भ को सरल कर संहिताबद्ध किया सकता है। बायोमेडिसिन के प्रभुत्व के बावजूद जो भारी मात्रा में वाणिज्यिकृत और पेशेवर हो गई है। ये गैर-संहिताबद्ध चिकित्सा प्रथाएं सदियों से जीवित हैं, जो विभिन्न वैश्विक समुदायों में सांस्कृतिक धरोहर और व्यावहारिक स्वास्थ्य लाभों के लिए उनकी महत्ता को दर्शाती हैं। गैर-संहिताबद्ध चिकित्सा प्रणालियाँ, जिन्हें अक्सर 'पारंपरिक', 'जनजाति' या 'लोक चिकित्सा' के रूप में लेबल किया जाता है, स्वास्थ्य प्रथाओं, ज्ञान और विश्वासों का एक विस्तृत स्पेक्ट्रम शामिल हैं। यह विभिन्न समाजों की सांस्कृतिक संरचना में गहरे बैठा हैं। ये परंपराएँ आमतौर पर पीढ़ी-दर-पीढ़ी मौखिक रूप से प्रसारित होती हैं, जो स्वास्थ्य के एक समग्र दृष्टिकोण को अपनाती हैं और व्यक्तियों के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक कल्याण पर विचार करती हैं।

समुदायों के सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन में ये प्रथाएं औपचारिक वैज्ञानिक मान्यता के बजाय अनुभव से उपजे साक्ष्य और अवलोकन पर निर्भर हैं। इनमें हर्बल उपचार, आध्यात्मिक चिकित्सा, शारीरिक हेरफेर और विशेष आहार विधियों जैसे विभिन्न तरीके शामिल हैं। ये प्रणालियां सामान्यतः गैर-वाणिज्यिक, सामुदायिक-केंद्रित और आध्यात्मिक तत्वों से भरी हैं, जो दूरदराज या ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक उपचार देती हैं।

कई एशियाई देशों में लगभग 80 प्रतिशत लोग पारंपरिक हर्बल हीलर्स पर निर्भर हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार ये प्रणालियाँ अक्सर सरकारों और स्वास्थ्य संस्थानों से अधिकारिक मान्यता की कमी से जूझती हैं। यह उपेक्षा लोगों के बीच संदेह की भावना पैदा कर सकती है। हालांकि कई मैदानी अध्ययन दर्शाते हैं कि ये हर्बल उपचार करने वाले नियमित रूप से ग्राहकों की सेवा करते हैं। कई रोगियों ने अपने स्वास्थ्य में सुधार की रिपोर्ट दी है, जिससे ये गैर-संहिताबद्ध प्रणालियाँ अपने प्रभावी होने के प्रमाण प्रस्तुत करती हैं।

सम्मेलन में प्री-लोकमंथन में कुछ रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी, ताकि हीलर्स के सामने आने वाली चुनौतियों को कम किया जा सके। कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों पर चर्चा होगी जैसे क्या हर्बल हीलर्स को उनकी योगदान और संसाधनों के लिए उचित मुआवजा सुनिश्चित करने के लिए निष्पक्ष व्यापार मानकों की स्थापना करनी चाहिए या नहीं।

पद्म पुरस्कार विजेताओं की भागीदारी

सम्मेलन में पद्म पुरस्कार विजेता भाग ले रहे हैं। चार पद्मश्री पुरस्कार विजेता इस चर्चा को विशेष रूप देंगे। इनमें- पद्मश्री यानिंग जामो लेगो (अरुणाचल प्रदेश), पद्मश्री हेमचंद मांझी (छत्तीसगढ़)- पद्मश्री लाइश्रम नबाकिशोर सिंह (मणिपुर) और पद्मश्री लक्ष्मीकुट्टी अम्मा (केरल) शामिल हैं। इनकी भागीदारी पारंपरिक चिकित्सा प्रथाओं की समझ को और बढ़ाएगी और यह इन धरोहर-समृद्ध प्रणालियों की खोज के लिए एक राष्ट्रीय मंच प्रदान करेगी।

जिन मुद्दों पर चर्चा होगी

सम्मेलन का मुख्य विषय है- गैर-संहिताबद्ध हर्बल चिकित्सा प्रणालियों और उनके ग्रामीण भारत में महत्व जहाँ औपचारिक स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच सीमित है। जैव विविधता में विशिष्ट ज्ञान रखने वाले स्थानीय हीलर्स विभिन्न बीमारियों के उपचार के लिए पौधों और प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करते हुए अपनी तकनीकों का प्रदर्शन करेंगे।

मुख्य विषयों में- जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में हर्बल चिकित्सा, जैव विविधता संरक्षण, पारंपरिक चिकित्सा से संबंधित स्वास्थ्य संचार, वाणिज्यीकरण का प्रभाव और जैव-उपद्रव का खतरा शामिल है। सम्मेलन हर्बल चिकित्सा से उपचार करने वालों के सामने आने वाली चुनौतियों, सरकारी सहयोग की कमी और बौद्धिक संपदा अधिकारों पर भी चर्चा होगी।

इस मौके पर हर्बल हीलर्स कार्यशाला विशेष आकर्षण होगा। इस दौरान पारंपरिक उपचार विधियों का उपयोग करके रोगियों का इलाज किया जायेगा। हर्बल दवाओं के बारे में ज्ञान साझा किया जायेगा। यह छात्रों, शोधकर्ताओं और आम जनता सहित प्रतिभागियों को पारंपरिक हर्बल चिकित्सा प्रणालियों का प्रत्यक्ष अनुभव कराएगा।

सम्मेलन में कई प्रमुख हस्तियां आ रही हैं। इनमें मुख्य रूप से प्रज्ञा प्रवाह के राष्ट्रीय समन्वयक जे. नंदकुमार, प्रज्ञा प्रवाह के अध्यक्ष प्रो. ब्रिज किशोर कु‍ठियाला, प्रोफेसर (डॉ) केजी सुरेश आईजीआरएमएस के निदेशक डॉ. अमिताभ पांडे, एचके भारत की अध्यक्ष डॉ. सुनीता रेड्डी शामिल होंगी। सत्रों का संचालन जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय और माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के विद्वान करेंगे।

---------

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

लोहारीडीह हिंसाः रेंगाखार थाना प्रभारी समेत 23 पुलिसकर्मी लाइन अटैच

Manju Thakur

आई जी दीपक कुमार झा की पत्रकार वार्ता


- कांग्रेस ने किया शनिवार को छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान

कवर्धा/रायपुर, 20 सितंबर (हि.स.)। जिले के रेंगाखार थानांतर्गत लोहारीडीह हिंसा मामले में सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रेंगाखार थाना प्रभारी समेत 23 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया। डीएसपी का भी तबादला किया गया। कांग्रेस ने इस मामले में शनिवार को छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया है। इस मामले की जांच अब एक नई पुलिस टीम करेगी। पहले ही इस केस में एडिशनल एसपी आईपीएस विकास कुमार को निलंबित किया जा चुका है।

लोहारीडीह हिंसा मामले को लेकर राजनांदगांव रेंज आईजी दीपक झा ने शुक्रवार को एक प्रेसवार्ता कर जानकारी दी कि रेंगाखार थाना प्रभारी, उप निरीक्षक महामंगलम और अंकिता समेत 23 स्टॉफ को लाइन अटैच किया गया है। वहीं डीएसपी कृष्णा चंद्राकर के प्रभार में बदलाव किया गया है।

ज्ञात हो कि जिले के लोहारीडीह में एक सप्ताह के भीतर 3 लोगों की अलग-अलग कारण से जान चली गईचौदह सितंबर की दरमियानी रात शिव प्रसाद साहू की लाश मध्यप्रदेश के बिरसा थाने के क्षेत्र में पेड़ से लटकती मिली थी। इसे लेकर रविवार को कवर्धा जिले के पूर्व सरपंच रघुनाथ साहू के मकान में आग लगा दी थी जिसमें उप सरपंच की मौत हो गई जबकि एक आदमी लापता है। इस दौरान लोगों और पुलिसकर्मियों के बीच हाथापाई हुई और जिसके बाद पथराव हुआ। इस पथराव में कवर्धा एसपी अभिषेक पल्लव और दर्जनों पुलिसकर्मियों को चोटें आई थी।

घटना के बाद जिलेभर से पुलिस जवान और सैकड़ों बटालियन के जवानों को बुलाया गया था जिसके बाद ग्रामीण गांव छोड़कर भाग गए। तब जाकर पुलिस गांव में घुसी और स्थिति को कंट्रोल किया। मामले में पुलिस ने 170 लोगों को आरोपित बनाया है और 33 महिला समेत 69 लोगों को गिरफ्तार किया। इसी बीच बीते दिन 19 सितंबर को हत्या के आरोप में बंद प्रशांत साहू की जेल में मौत हो गई। मृतक के शरीर में गहरे चोट के निशान पाए गए हैं जिससे ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशांत साहू की मौत पुलिस पिटाई के चलते जेल में मौत हुई है।

साहू समाज ने उग्र आंदोलन की दी चेतावनीः गांव में तीन लोगों की मौत के बाद जिला साहू संघ ने बैठक कर आठ सूत्रीय मांग को लेकर राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। कांग्रेस द्वारा लोहारीडीह मामले में प्रदेश बंद के आह्वान का जिला साहू संघ ने समर्थन देने से इनकार किया है। मांगें पूरी नहीं होने पर साहू समाज ने उग्र आंदोलन का चेतावनी दी है।

---------

हिन्दुस्थान समाचार / केशव केदारनाथ शर्मा

मप्रः नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने सीएम हेल्पलाइन में किया श्रेष्ठ प्रदर्शन

Manju Thakur

भोपाल, 20 सितंबर (हि.स.)। नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने सीएम हेल्पलाइन में प्राप्त शिकायतों के समाधान में श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। प्रदेश के समस्त सरकारी विभागों की विभागवार ग्रेडिंग में नगरीय विकास एवं आवास विभाग दूसरे स्थान पर है। यह जानकारी शुक्रवार को जनसम्पर्क अधिकारी मुकेश मोदी ने दी।

उन्होंने बताया कि नगरीय विकास एवं आवास विभाग को सीएम हेल्पलाइन में 45 हजार 157 शिकायतें प्राप्त हुई थीं। इनमें से 60 प्रतिशत वेटेज में से 49.41 प्रतिशत संतुष्टि के साथ बंद शिकायतों का वेटेज रहा। विभाग का कुल वेटेज स्कोर 86.11 रहा। प्रदेश की समस्त 16 नगर निगमों ने शिकायतों के निपटारे में ए-ग्रेड प्राप्त की है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

भोपालः गाँधी चिकित्सा महाविद्यालय में पीजी सीटें दो से बढ़कर 11 हुई, उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने दी बधाई

Manju Thakur

- मध्यप्रदेश सरकार चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध: शुक्ल

भोपाल, 20 सितंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी), नई दिल्ली द्वारा गाँधी चिकित्सा महाविद्यालय (जीएमसी), भोपाल के एनाटॉमी विभाग में 09 अतिरिक्त स्नातकोत्तर (पीजी) सीटों की स्वीकृति प्रदान की गई है। इस वृद्धि के साथ पीजी सीटों की संख्या दो से बढ़कर 11 हो गई है।

उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने शुक्रवार को जीएमसी की डीन डॉ कविता सिंह एवं गाँधी चिकित्सा महाविद्यालय की पूरी टीम को बधाई प्रेषित की है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। विशेषज्ञों की संख्या में वृद्धि से राज्य के स्वास्थ्य तंत्र को और सशक्त बनाने में मदद मिलेगी।

डीन जीएमसी डॉ. कविता सिंह ने बताया कि सीट वृद्धि से गाँधी चिकित्सा महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्रों को अधिक अवसर मिलेंगे और उनके शिक्षण व प्रशिक्षण में भी गुणात्मक सुधार होगा। इसके अलावा, प्रदेश के अन्य नए चिकित्सा महाविद्यालयों के लिए संकाय सदस्यों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी, जिससे पूरे राज्य के चिकित्सा संस्थानों को लाभ प्राप्त होगा।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

मप्रः 500 से अधिक शालाओं के छात्र-छात्राओं ने बनायी मानव श्रृंखला

Manju Thakur

मप्रः 500 से अधिक शालाओं के छात्र-छात्राओं ने बनायी मानव श्रृंखला


भोपाल, 20 सितंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश में 17 सितम्बर से शुरू हुआ स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत शुक्रवार को प्रदेशभर में सभी नगरीय निकायों में जन-भागीदारी से चल रहा है। प्रदेश के 500 से अधिक शालाओं के छात्र-छात्राओं ने अपने शहर में मानव श्रृंखला बनाकर स्वच्छता के प्रति जागरूकता का संदेश दिया। इस वर्ष “स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता’’ की थीम पर साफ-सफाई पर केन्द्रित कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।

विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जन-भागीदारी और सफाई मित्रों के सहयोग से शहरी क्षेत्र में श्रमदान कर सफाई कार्य किये गये। ग्वालियर में केन्द्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा नागरिकों को स्वच्छता की शपथ दिलायी गयी। इस मौके पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल और पार्षदगण मौजूद थे। खण्डवा में महापौर अमृता अमर यादव एवं अन्य जन-प्रतिनिधि सफाई कार्य में शामिल हुए। मुरैना में शालाओं के विद्यार्थियों को स्वच्छता की शपथ दिलायी गयी। मुरैना के टीएसएस स्कूल के छात्र-छात्राओं ने मानव श्रृंखला बनायी और सभी को स्वच्छता की आदत को आत्मसात करने का संदेश दिया। महापौर शारदा देवी सोलंकी सामूहिक सफाई कार्य में प्रमुख रूप से शामिल हुईं।

प्रदेश में वर्ष 2014 से स्वच्छ भारत मिशन शहरी की शुरूआत से ही मध्यप्रदेश में स्वच्छता कार्यक्रम ने एक जन-आंदोलन का रूप ले लिया है। प्रदेश में शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण प्रमुखता से किया जा रहा है। प्रदेश के नगरीय निकायों में कचरा प्र-संस्करण इकाइयों को प्राथमिकता दी गयी है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

मप्रः मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने होमगार्ड जवान सोलंकी के निधन पर व्यक्त किया दुख

Manju Thakur

भोपाल, 20 सितंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में ड्यूटी के दौरान होमगार्ड जवान धर्मेन्द्र सोलंकी के हुए असामयिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने शुक्रवार को सोशल मीडिया के माध्यम से कहा है कि राज्य सरकार पीड़ित परिजनों के साथ खड़ी है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दिवंगत हुए जवान के पीड़ित परिजन को मध्यप्रदेश सरकार की ओर से पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बाबा महाकाल से दिवंगत जवान सोलंकी की आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजनों को इस गहन दुख को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

error: Content is protected !!