ज्योतिषाचार्य पंडित विकास शर्मा से जानें- समय और सूतक काल से जुड़ी अन्य बातें
इटारसी। चंद्र ग्रहण के पंद्रह दिन बाद यानी 10 जून को अमावस्या पर सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। 10 जून को दोपहर एक बजकर 42 मिनट से सूूर्य ग्रहण लगेगा, जोकि शाम छह बजकर साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण दस जून को लगने जा रहा है। चंद्र ग्रहण के पंद्रह दिन बाद यानी 10 जून को अमावस्या पर यह ग्रहण लगने जा रहा है। यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। इसलिए सूतक काल का भी कोई महत्व नही है। यह सूर्य ग्रहण केवल खगोलीय नजरिये से खास रहेगा। ज्योतिषाचार्य पंडित विकास शर्मा से मिली जानकारी के अनुसार, 10 जून को दोपहर एक बजकर 42 मिनट से सूूर्य ग्रहण लगेगा जोकि शाम 6 बजकर 41 मिनट पर खत्म होगा। यह एशिया, यूरोप, उत्तरी कनाडा, उत्तरी अमेरिका, ग्रीनलैंड और रूस में दिखाई देगा। यह ग्रहण भारत में दिखाई नही देगा। इस साल दो सूर्य ग्रहण लगेंगे। दस जून के बाद दूसरा सूर्य ग्रहण चार दिसंबर को लगेगा। यह पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। जो सूर्य ग्रहण चार दिसंबर को लगेगा उसका असर भी भारत में दिखाई नही देगा लेकिन अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और अटलांटिका में इसका असर दिखाई देगा। भारत में सूर्य ग्रहण नही दिखने की वजह से सूतक काल भी मान्य नही होगा। पिछले साल भी ऐसी स्थिति बनी थी जब पंद्रह दिनों में दो ग्रहण लगे थे।
2021 का पहला चंद्र ग्रहण 26 मई को लगा था
बता दें कि साल 2021 का पहला चंद्र ग्रहण 26 मई को लगा था। यह ग्रहण दोपहर दो बजकर 17 मिनट से शुरू हुआ था जो शाम 7 बजकर 19 मिनट पर खत्म हुआ था। इस ग्रहण का असर भी भारत में नही दिखाई दिया था। साल का पहला चंद्र ग्रहण दुनिया के कई हिस्सों में देखा गया था।
नवंबर में लगेगा दूसरा चंद्र ग्रहण
साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 19 नवंबर 2021 को लगेगा। इसे उपछाया ग्रहण माना जा रहा है। चंद्र ग्रहण का आंशिक असर भारत समेत दुनिया के कई देशों में दिखाई देगा। बता दें कि जब धरती पूरी तरह से चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाती है तो इस स्थिति को चंद्र ग्रहण कहते हैं