इटारसी। बाजार में 90 प्रतिशत से अधिक दुकानों को दुकानदार गोदाम जैसे इस्तेमाल कर रहे हैं और दुकान सड़क पर चला रहे हैं। तीन फुट से पांच फुट तक दुकानें सड़क पर हैं, जिससे न सिर्फ सड़कें संकरी हो गयीं, बल्कि ग्राहकों को भी तकलीफ दे रही हैं। नगर पालिका (Municipality) फिर से ऐसे दुकानदारों के खिलाफ मुहिम चलाकर चालानी कार्रवाई कर रही है। हालांकि, ऐसा बीते कई वर्षों से हो रहा है, जिसका कोई स्थायी हल नहीं निकलता।
शहर के व्यापारियों और व्यापारिक संगठनों की बैठक लेकर कई बार सड़क पर सामान नहीं रखने का निवेदन किया जा चुका है, लेकिन नतीजा शून्य ही रहा है। पिछले एक सप्ताह से पुन: नगर पालिका ने ऐसे दुकानदारों के खिलाफ मुहिम चला रखी है जिसमें जुर्माना वसूला जा रहा है। यह इतना कम होता है कि व्यापारी रसीद (receipt) कटवाने के बाद नगर पालिका का दल जाते ही सामान फिर सड़क पर ले आता है। ऐसे में जब तक सख्त कार्रवाई नहीं होगी, समस्या का समाधान नहीं हो सकता है। सौ रुपए का जुर्माना देकर दुकानदार निश्चिंत हो जाता है, कुछ दुकानदार (shopkeeper) तो ऐसे हैं कि वे हर रोज सौ रुपए देने को तैयार रहते हैं, लेकिन सामान सड़क पर रखने से बाज नहीं आते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार अभी तक इस मुहिम में नगर पालिका के अमले ने लगभग एक सैंकड़ा दुकानदारों पर जुर्माना किया है, लेकिन कुछ ही घंटे में तस्वीर फिर वैसी ही हो जाती है, जैसी पहले थी। सुबह 7 बजे तक रोड बीस फुट की होती है जो 11 बजे तक पांच से छह फुट की बचती है। यहां से छोटे वाहन निकालना भी दूभर हो जाता है। हाथठेला, रिक्शा चालक निकल जाएं तो इन सड़कों पर जाम लग जाता है।
नहीं मानते हैं फल वाले
सड़क पर बीच में खड़े होकर फल बेचने वाले नहीं मान रहे हैं। पुलिस भी इनके सामने नतमस्तक है, जबकि यातायात अमला (traffic staff) इनको हटाने में रुचि नहीं लेता। नगर पालिका और ट्रैफिक टीम में समन्वय का अभाव होने से बाजार की यातायात व्यवस्था भी चौपट है। मोहन काका चौराहा एवं बाजार क्षेत्र में हाथ ठेलों पर फल बेचने वाले दुकानदारों को बार-बार हटाए जाने के बाद भी वह हठधर्मिता से फिर से उन्हीं स्थानों पर अपना व्यवसाय कर रहे हैं।
इनका कहना है….
हम प्रयास कर रहे हैं कि फल विक्रेताओं को सब्जी मंडी में बने चबूतरों पर भेजें, लेकिन ये लोग वहां जाने को तैयार नहीं है। हम जल्द ही सबसे बात करके इसका समाधान निकालेंगे। दुकानदारों से भी बात करेंगे कि वे सीमा में ही सामान रखकर व्यवस्था बनाये में सहयोग प्रदान करें।
पंकज चौरे, अध्यक्ष नगर पालिका