इटारसी। सतपुड़ा की बागदेव (Bhagdev) श्रंखला से पुरानी इटारसी, अवाम नगर, इकबालगंज होकर निकले सांकलिया नाला में साकेत के पहले बन रहे स्कूल की पिचिन बह सकती है। पिछले कुछ दिनों से हो रही इस बारिश में पिचिन से करीब दस फुट की भूमि का टुकड़ा कभी भी बहकर नदी में जा सकता है। आज एसडीओ राजस्व मदन सिंह रघुवंशी (SDO Revenue Madan Singh Raghuvanshi) ने अपनी विभागीय टीम के साथ इस नाले की स्थिति देखी। उन्होंने कहा कि बारिश का दौर थोड़ा थमे तो उसे दुरुस्त कराना बेहद जरूरी है, अन्यथा बड़ा कटाव हो सकता है।
गौरतलब है कि पिछले करीब पांच दिनों से हो रही लगातार बारिश के दौरान बीती रात को हुई तेजी बारिश के बाद आज एसडीओ राजस्व रघुवंशी (SDO Revenue Raghuvanshi) यहां का जायजा लेने पहुंचे थे। बता दें कि यही वह नाला है, जिससे पिछले वर्ष बाढ़ की स्थिति बनी थी। इससे एलकेजी कालोनी में भी काफी पानी भर गया था। आगामी दिनों में और भी बारिश की आशंका जतायी जा रही है, ऐसे में ऐहतियात के तौर पर अनुविभागीय अधिकारी ने अपनी टीम के साथ यहां का निरीक्षण किया तो यह बात सामने आयी है।
पुलिया के ऊपर से बहा पानी
बीती रात को हुई जोरदार बारिश से शहर के कई निचले इलाकों में पानी भर गया था। सतपुड़ा पर्वत से निकलने वाली पहाड़ी नदी के मेहरागांव के पास रेलवे लाइन से सटे पुल के ऊपर से होकर पानी गुजर रहा था। हालांकि पुल पर पानी इतना अधिक नहीं था कि आवागमन रुके, दर्जनों वाहन चालक इसी पानी में से वाहन लेकर निकलते रहे। इसी तरह से ठंडी पुलिया वाले नाले में भी बाढ़ का पानी भरा और तेज बहाव था।
अतिक्रमण और निर्माण से समस्या
वर्षों पूर्व इन नालों से पानी निकल जाया करता था और बाढ़ की स्थिति नहीं बनती थी। बीते करीब दो दशक में इन नालों के आसपास कालोनियां बनीं, लोगों ने मकान बना लिए और इनके बहाव में बाधा आती गयी। नालों के बहाव का क्षेत्र कम होने से ये बाढ़ का कारण बन रहे हैं। आसपास अतिक्रमण हो जाने से भी इनकी सफाई की समस्या आने लगी और इनकी सफाई जैसे पहले होती थी, संभव नहीं हो पा रही है।
वाल्मिक नगर में भरा पानी, निकाला
तेज बारिश के बाद मालवीयगंज स्थित वाल्मिक नगर में भी काफी पानी भर गया था। यहां भी काफी घनी बसाहट होने और एक बड़ा नाला यहां से गुजरने से हर वर्ष जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है। बीती रात तेज बारिश के बाद यहां पानी भर गया और सुबह करीब 6 बजे दूरभाष से मिली सूचना के बाद नगर पालिका के सफाई अमले ने पहुंचकर पानी का मार्ग साफ किया और कुछ देर में यहां से पानी निकल गया।
अवाम नगर में भी था पानी
पहाड़ से आने वाला नाला अवाम नगर में पुलिया के ऊपर से बह रहा था। इसके कारण अवाम नगर का राष्ट्रीय राजमार्ग से संपर्क कुछ देर तक कटा रहा था। नगर पालिका के स्वच्छता निरीक्षक आरके तिवारी ने बताया कि यहां पुलिया में कुछ पेड़ की टहनियां और अन्य कचरा आकर फंस गया था, सूचना के बाद वहां इस कचरे को और पेड़ की टहरियों को हटाकर पानी का रास्ता साफ किया और यहां से तेजी से पानी निकल सका था।
टैगोर स्कूल मार्ग पर गिरा पेड़
बारिश के साथ ही तेज हवाएं भी रात में चलती रहीं, जिससे कमला नेहरु पार्क का एक पेड़ दीवार की दूसरी ओर गिर गया। कमला नेहरु पार्क का यह पेड़ श्री टैगोर स्कूल मार्ग पर गिरा। हालांकि इसी मार्ग पर आगे काम चलने से यह मार्ग बंद है, और अधिक आवाजाही नहीं है। जिस वक्त यह घटना हुई तब भी मार्ग पर आवाजाही नहीं होती है, यहां इसलिए किसी प्रकार की कोई अनहोनी नहीं हो सकी, अन्यथा बड़ी घटना हो जाती।
तेज बहाव में बहा बच्चा
पहाड़ों ने निकलने वाले नदी और नाले बारिश के कारण उफान पर चल रहे हैं। वन ग्राम धांसई में ऐसे ही एक 9 वर्षीय बालक राजेन्द्र काजले पिता वीरपाल नाले बह गया था, जिसे उसके परिजनों ने काफी कोशिश करने के बाद निकाला। पानी में बहने के कारण उसके फैफड़ों में पानी भर गया था, जिसे उपचार के लिए नर्मदा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसके फैफड़ों में पानी भरने के कारण नर्मदा अस्पताल में उपचार जारी है।