इटारसी। रेलवे स्टेशन (Railway Station) पर हालात फिर डराने वाले बन रहे हैं। देश में फिर लॉकडाउन (Lockdown) की आशंका से मुंबई से लौटने वाली सभी ट्रेनें फुल आ रही है और लोग ट्रेन के दरवाजों, शौचालय आदि के पास बैठकर अपने गांवों की ओर पलायन कर रहे हैं। रेलवे स्टेशन पर लौट रहे यूपी और बिहार के यात्री कोई हंगामा न करें, इसके लिए प्लेटफार्म पर आरपीएफ जवानों (Rpf) की ड्यूटी लगायी गयी है। मुंबई, पुणे तरफ से आने वाली हर ट्रेन भीड़ लेकर आ रही है।
अनलॉक की प्रक्रिया और कोरोना के लगभग खत्म होते प्रभाव के बाद रोजगार की आस में मजदूरों ने घर से फिर महानगरों की ओर रुख कर लिया था। अभी कुछ माह ही बीते थे कि कोरोना ने पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष लगभग दोगुनी रफ्तार से प्रहार शुरु कर दिया है। महाराष्ट्र के बुरे हाल के बाद मजदूरों में एक बार फिर देश में लॉकडाउन का डर बैठ गया और वे समय रहते वापस अपने घर जाने लगे हैं। महाराष्ट्र में लोकमान्य तिलक टर्मिनस, पुणे सहित अन्य स्टेशनों से यूपी और बिहार को जाने वाली ट्रेनें यात्रियों से खचाखस भरी हैं। यहां तक कि जनरल बोगी में भी पैर रखने तक जगह नहीं मिल रही है। कोरोना का डर छोड़कर लोग बोगी में बुरी तरह से भराकर जा रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग की बुरी तरह से धज्जियां उड़ रही हैं। खास बात यह है कि महाराष्ट्र में कोरोना बुरी तरह से फैला है और अब लौट रहे ये मजदूर बिना किसी स्क्रीनिंग या मेडिकल जांच के अपने प्रदेशों में लौट रहे हैं जो वहां यह बीमारी फैलाने के कारण बन सकते हैं। रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के जनरल डिब्बों में भी क्षमता से दोगुने लोग सफर कर रहे हैं। हालात यहां तक खराब है कि डिब्बों में सही ढंग से खड़े भी नहीं हो पा रहे थे। कई यात्रियों ने मास्क लगाये थे तो कई बिना मास्क के भी थे। लेकिन, सोशल डिस्टेंसिंग ट्रेनों में कहीं नहीं दिखी है।
इन ट्रेनों में है अधिक भीड़
महाराष्ट्र से यूपी और बिहार जाने वाली ट्रेनों में सबसे अधिक प्रवासी मजदूर अपने घरों को लौट रहे हैं। महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों से चलने वाली ट्रेन पवन एक्सप्रेस, कामायनी, जनता एक्सप्रेस, दादर सुपर, हावड़ा मेल, काशी एक्सप्रेस, गुवाहाटी एक्सप्रेस (Guwahati Express) में सबसे अधिक भीड़ चल रही है। ट्रेन की 72 सीटर बोगी में क्षमता से दोगुने यात्री बैठकर यात्रा कर रहे हैं।