इटारसी। सागर का चोर पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। इसकी खासियत यह है कि यह केवल जैन मंदिरों (Jain mandir) में ही चोरी करता है। इसके पीछे उसने जो कारण बताया, वह सुनकर आप भी सोचने लगेंगे कि आखिर ऐसा भी कोई करता है क्या? दरअसल इसने बताया है कि कुछ वर्ष पूर्व वह बंडा के जैन मंदिर के बाहर बैठकर शराब पी रहा था कि मंदिर के कर्मचारी ने उसे न सिर्फ डांटा बल्कि विवाद होने पर बीयर की बोतल उसके सिर में मार दी। उसने समाज के लोगों को भी बुला लिया। यहां उसकी जैन समाज के लोगों ने जमकर पिटाई कर दी और पुलिस में मामला दर्ज करा दिया। तब से उसे जैन समाज से चिढ़ हो गयी और वह जैन मंदिरों के ताले तोड़कर चोरियां करने लगा। इटारसी में भी वह चोरी कर रहा था इसी दौरान वह पकड़ में आ गया। आरोपी जैसी नगर जिला सागर निवासी नीलेष राजपूत है।
इस मामले की खास बात यह है कि चोर प्रदेश के कई जिलों में करीब 15 जैन मंदिरों को निशाना बना चुका है और 3 बार पकड़ाकर जेल भी जा चुका है। उसने सौ जैन मंदिरों में चोरी करने का संकल्प लिया है। यहां से सफल होने के बाद वह गुजरात जाने की फिराक में था। उसका कहना है कि वह मंदिर की दानपेटियों से जो भी पैसा चोरी करता है, उसमें से दस प्रतिषत हिस्सा गरीबों में बांट देता है। हर बार एक जिले में घटना कर वह दूसरी जगह चोरी करने जाता है। नीलेश ने बताया कि उसके गांव में खेती बाड़ी और पूरा परिवार भी है। जांच अधिकारी संजय रघुवंशी ने बताया कि आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मंदिर का ताला तोड़ने के दौरान गश्त पर निकले पुलिसकर्मियों को देख वह भाग रहा था बस स्टैंड के पास उसे पकड़ लिया गया।
दशलक्षण पर्व चल रहे हैं
इन दिनों जैन समाज के दशलक्षण पर्व चल रहे हैं। जैन समाज समिति के सचिव मधुर जैन की शिकायत के बाद पुलिस ने इसे धार्मिक आस्था का मामला मानकर एसपी गुरुकरण सिंह को तत्काल अवगत कराया। एसडीओपी महेन्द्र मालवीय के निर्देश पर टीआई रामस्नेही चौहान (TI Ramsnehi Chauhan) के नेतृत्व में एएसआई संजय रघुवंशी (ASI Sanjay Raghuvanshi) के साथ कार्यवाहक प्रधान आरक्षक नरेन्द्र तोमर, मनोज मालवीय, रंजू सिंह की टीम बनायी। टीम ने महज 18 घंटे में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में उसने बताया कि वह विदिषा के 4-5 मंदिरांे के अलावा रायसेन, बेगमगंज के एक जैन मंदिर, नरसिंहपुर के करेली के एक जैन मंदिर, महाराजपुर, देवरी सहित करीब पंद्रह जैन मंदिरों में ताले तोड़कर चोरी कर चुका है। आरोपी करीब पंद्रह दिन पूर्व ही रेहली जेल से छूटकर आया है। तीन-चार दिन गांव में रहने के बाद इटारसी आया था लेकिन यहां वारदात में सफल नहीं हो सका और पुलिस की गिरफ्त में आ गया।