इटारसी। दो जिलों को सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति करने वाले तवा बांध (Tawa Dam) के किनारे बसे तवानगर (Tawanagar) में पंचायत की लापरवाही से बारिश के इस मौसम में भी पेयजल संकट (Drinking Water Crisis) उत्पन्न हो गया है। पंचायत सचिव (Panchayat Secretary) ने बिजली का बिल जमा नहीं किया और बिजली विभाग (Electricity Department) ने हमेशा की तरह लाइन काट दी। नतीजा, तवानगर के बड़े हिस्से में पेयजल का संकट उत्पन्न हो गया।
पंचायत सचिव का कहना है, कि वे अकेले कुछ नहीं कर सकते। सरपंच के हस्ताक्षर भी होना जरूरी है। सचिव अकेले के वश की बात नहीं है। हम उच्च अधिकारियों से बात कर रहे हैं, कि जल्द से जल्द कोई हल निकाला जाए। सीईओ जनपद (CEO Janpad) ने उनको आश्वासन दिया है कि बिजली कनेक्शन जोडऩे के लिए प्रयास करेंगे।
करीब 42 हजार के हैं बिल
ग्राम पंचायत रानीपुर (Gram Panchayat Ranipur) को बिजली विभाग ने दो जगह के लगभग 42 हजार रुपए के बिल थमाये हैं। ये बिल (Bill) जमा नहीं होने के कारण विभाग ने उनका कनेक्शन (Connection) काट दिया है। सचिव हरिकेश मरकाम का कहना है कि सरपंच के हस्ताक्षर नहीं होने से राशि आहरण में दिक्कत होने के कारण बिल जमा नहीं कर सकते।
2 अगस्त को है प्रथम सम्मेलन
नवगठित ग्राम पंचायत का प्रथम सम्मेलन 2 अगस्त को होगा। नये सरपंच और उनकी टीम चार्ज (Charge) लेगी, सरपंच के डिजीटल (Digital) हस्ताक्षर का नमूना बैंक भेजा जाएगा और इसके बाद ही उनके हस्ताक्षर से राशि का आहरण हो सकेगा। इससे पहले पीसीओ (PCO) के हस्ताक्षर से राशि निकाली जा सकती है, इसके प्रयास कर रहे हैं।
दो जगह की बिजली काटी
बुधवार की शाम 5 बजे बिजली विभाग ने बड़े कुआ और साहू फ्लोर मिल के पास स्थित नलकूप की लाइन (Line) काट दी है जिससे तवानगर ग्राम पंचायत के लोगों को बारिश के मौसम में शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो रहा है। अधिवक्ता भूपेश साहू कहते है कि हम वाटर टैक्स (Water Tax)जमा कर रहे हैं, फिर पानी क्यों नहीं मिल रहा है?
टैक्स बढ़ाकर दिया फिर भी संकट
तवानगर की जनता को पूर्व में पंचायत के घेराव के दौरान तहसीलदार राजीव कहार ने पानी का टैक्स 60 रुपया से बढ़ाकर 100 रुपए प्रति परिवार देेने तैयार किया था। यहां के निवासी सौ रुपए प्रति परिवार पानी का टैक्स जमा करने लगे। हर माह करीब 50-60 हजार रुपए जमा होता है, फिर बिल क्यों जमा नहीं हो रहा?
इनका कहना है…
- इस विषय में जनपद सीईओ से बातचीत करके पता करते हैं कि परेशानी कहां आ रही है, जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाला जाएगा।
मदन सिंह रघुवंशी, एसडीओ राजस्व - पंचायत सचिव के अकेले के हस्ताक्षर से राशि का आहरण नहीं हो सकता है। 2 अगस्त को प्रथम सम्मेलन के बाद सरपंच के हस्ताक्षर बैंक को भेजे जाएंगे, फिर राशि आहरण होगी।
हरिकेश मरकाम, सचिव ग्राम पंचायत