मनोरंजन। आपने बर्थडे पार्टी, शार्दी पार्टी, बेचलर्स पार्टी के बारे में तो खूब सुना होगा। कई घंटो तो सभी ने यह पार्टी भी की होगी, लेकिन क्या आपने कभी रेव पार्टी के बारे में सुना है। अगर नहीं सुना तो हम आपको बतां रहे है कि रेव पार्टी, इस पार्टी में मौज मस्ती से भरी महफिलों और जहरीली पार्टी से है। इस समय और पार्टी से ज्यादा रेव पार्टी (rave party) का चलन बड़ी तेजी से चल रहा है। इसकी शुरूआत करीब 80 और 90 के दशक से हुई है। यह पार्टी में बडे बडे रईसजादो के बच्चें और बडे शामिल होते हैं। इनमें तेज म्यूजिक, डांस और नशा इन पार्टीज की जान होती है। यह पार्टी पूरी पूरी रात चलती है। ड्रग्स बेचने वालों के लिए ये पार्टियां किसी लाटरी से कम नहीं होती।
यह हो सकते हैं इनमें शामिल
खास बात यह है कि इन रेव पार्टियों में हर कोई शामिल नहीं हो सकता है इसमें केवल रईशजादे ही एंजॉय कर सकते है। क्योंकि इसमें एंट्री के लिए मोटी रकम चुकानी पड़ती है। यहां गांजा, चरस, कोकीन, हशीश, एलएसडी, मेफेड्रोन जैसे ड्रग्स का इस्तेमाल होता है। इन ड्रग्स का असर करीब 7 से 8 घंटों तक रह सकता है। रेव पार्टियों में ज्यादातर ड्रग्स इसके ऑर्गनाइजर्स ही उपलब्ध कराते हैं। इनमें लड़के और लड़कियां सभी शामिल होते हैं। इन पार्टीयों का कोर्ड वर्ड होता है जिससें लोग समझ जाते हैं।
यहां से हुई इसकी शुरूआत
भारत में रेव पार्टियां, गोवा से हुई शुरू हुई। करीब 1970 के दशक में हिप्पियों ने गोवा और हिमाचल प्रदेश को अपना ठिकाना बनाया था। प्रतिबंध के बाद इन हिप्पियों ने गोवा में रेव पार्टियों का चलन शुरू किया। 90 के दशक में हिमाचल की कुल्लू घाटी, बेंगलुरु, पुणे, मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता, चेन्नई समेत कई शहर रेव हॉटस्पॉट बन गए। यह क्लब और गोदामों से शुरू हुई अब पानी के बीच, जंगल और सुनसान जगहों पर यह पार्टियां की जाती है ताकि पुलिस इनतक न पहुंच सके।