इटारसी। आज खेतों में आग का तांडव चला। इटारसी शहर के पश्चिम और पूर्व दोनों तरफ आग ने कहर बरपाया। ग्राम धौंखेड़ा और रैसलपुर के पास, बूढ़ी माता मंदिर के पीछे और ग्राम बीसारोड़ा-बम्हनगांव क्षेत्र के खेतों में लगी आग से करीब तीस एकड़ में खड़ी फसल जलकर राख हो गयी। इन्हीं क्षेत्र में फसल कटने के बाद खेत में खड़ी नरवाई भी जल रही है।
सबसे पहले बीसारोड़ा और बम्हनगांव के पास खेतों में आग की खबर के बाद नगर पालिका की दमकल ने जाकर आग बुझाना शुरु किया। आग करीब पांच किसानों के खेतों में फैली थी, बताया जाता है कि रोहना तरफ से कहीं आग प्रारंभ हुई थी जो इन खेतों तक पहुंच गयी थी। सूचना पर प्रशासन का अमला भी मौके पर पहुंचा था। पटवारी हितेष पटेल ने बताया कि करीब पांच किसानों के खेत जले हैं और लगभग 18 एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल जली है। खेतों में फसल के अलावा ट्यूबवेल के बायर और पाइप भी इस आग में जलकर राख हो गए।
गांव तक आ पहुंची थी आग
ग्राम बीसारोड़ा में खेत में लगी आग गांव तक आ पहुंची थी। जिस वक्त खेतों में आग सुलग रही थी, हवा काफी तेज चल रही थी। एक खेत से दूसरे खेत तक आग फैलने की रफ्तार इतनी तेज थी कि किसी को मौका ही नहीं मिल रहा था। नगर पालिका इटारसी की एक ही दमकल आग बुझाने पहुंची थी, ग्रामीणों की टोली ने आग बुझाने में काफी मशक्कत की। हवा से आग फैलने की रफ्तार इतनी तेज थी कि ग्रामीणों के सारे प्रयास बौने साबित हो रहे थे। शाम को हवा जब मंद हुई तब तक आग अपना तांडव मचाकर शांत हो चुकी थी।
जिसे जो मिला, लेकर दौड़ा
आग का रौद्र रूप देखकर ग्रामीण भी सकते में थे। जिसे भी आग की सूचना मिली वह खेतों की तरफ दौड़ रहा था। किसी के हाथ में झाडिय़ां थीं, कोई बाल्टी में पानी लेकर दौड़ रहा था तो गांव में जिसके भी पास ट्रैक्टर थे, वे ट्रैक्टर दौड़ा कर फसल को काटकर आग को रोकने का प्रयास कर रहे थे। ग्रामीणों ने आग को फैलने से रोकने के लिए काफी पसीना बहाया, ग्रामीणों के प्रयास नहीं होते तो आग गांव में भी पहुंच जाती। गांव में आग पहुंचने से पहले ही ग्रामीणों ने रोक लिया। कुछ हवा कम होने से और कुछ नरवाई जलने से आग शांत हुई।
बीसारोड़ा में इनका नुकसान
ग्राम बीसारोड़ा में करीब बीस एकड़ की फसल जली है। पटवारी हितेष पटेल ने बताया कि बृजकिशोर पिता परसराम की 4 एकड़, कमलकिशोर पिता रामकिशन 4 एकड़, मनोहर पिता मल्लू 8 एकड़, लालू पिता बनवारी लाल की 2 एकड़ के अलावा एक अन्य किसान की 2 एकड़ फसल जली है। इसके अलावा कुछ किसानों के खेतों में लगे नलकूपों के बायर और पाइप भी आग में जलकर राख हो गए हैं। पटवारी ने इन फसल का सर्वे कर लिया है, संभवत: कल रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी जाएगी। श्री पटेल ने बताया कि किसानों का काफी नुकसान हुआ है।
दो जगह 11 एकड़ फसल जली
ग्राम बीसारोड़ा के अलावा शहर के उत्तर-पूर्वी हिस्से में भी गेंहू की फसल जली है तो पश्चिम में शहर से सटे श्री बूढ़ी माता मंदिर के पीछे के हिस्से में खड़े खेतों की फसल जलकर राख हो गयी है। क्षेत्र के पटवारी रमेश घुरेले ने बताया कि धौंखेड़ा क्षेत्र में खेड़ा निवासी रमेश यादव का करीब छह एकड़ का खेत जलकर राख हो गया है। उनको करीब ढाई लाख का नुकसान हुआ है। इसी तरह से बूढ़ी माता मंदिर के पीछे करीब साढ़े पांच एकड़ की फसल जली है। यह खेत विष्णु जैसवाल का है, जिसे राजेन्द्र प्रसाद ने सिकमी पर लेकर गेहूं की फसल बोयी थी।