बतायी दुर्गा उत्सव की गाइड लाइन
इटारसी। आचार संहिता के साए में इस वर्ष भक्तों की आस्था रहेगी। आज शाम यहां पुलिस थाने में हुई शांति समिति की बैठक में पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने दुर्गा उत्सव समिति और शांति समिति के सदस्यों को आचार संहिता के दायरे में रहकर दुर्गा उत्सव के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां बतायीं और उनका अनिवार्य रूप से पालन करने के लिए कहा।
शांति समिति की बैठक में अनुविभागीय दंडाधिकारी वंदना जाट, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस उमेश द्विवेदी, टीआई विक्रम रजक, तहसीलदार तृप्ति पटेरिया, नायब तहसीलदार रितु भार्गव, एनपी शर्मा, नगर पालिका उपाध्यक्ष अरुण चौधरी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी अक्षत बुंदेला, बिजली विभाग से जेई वैभव मिश्रा के अलावा समिति सदस्यों में प्रमोद पगारे, दीपक अठौत्रा, नगर कांग्रेस अध्यक्ष पंकज राठौर, भाजपा नेता सुनील तिवारी, विधायक प्रतिनिधि कल्पेश अग्रवाल, अंजुमन कमेटी के रूबीन खान, अतहर खान सहित विभिन्न धर्मों और वर्गों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
ये हुए बैठक में निर्णय
शांति समिति की बैठक में चर्चा के बाद जो निर्णय हुए उनमें प्रमुख रूप से डीजे पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा, अगले दो दिन में पंडाल की अनुमति लेनी होगी जो होशंगाबाद एसडीएम वृंदावन सिंह से मिलेगी जो रिटर्निंग आफिसर हैं। लाउट स्पीकर को हर हाल में रात 10 बजे बंद करना होगा। मंदिरों में पहुंचने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए नगर रक्षा समिति के सदस्य तैनात रहेंगे, आचार संहिता लागू होने के कारण कोई भी जन प्रतिनिधि मंच पर नहीं होगा, केवल दर्शक की भूमिका में वे कार्यक्रम में उपस्थित रह सकते हैं। दुर्गा उत्सव समिति और इस उत्सव के दौरान होने वाले किसी भी आयोजन के लिए बिजली का कनेक्शन लेना अनिवार्य होगा। बिजली विभाग के जेई वैभव मिश्रा ने बताया कि छोटे दुर्गा पंडाल के लिए 15 सौ रुपए और बड़े पंडाल के लिए तीन हजार रुपए की राशि तय की गई है। मूर्ति विसर्जन मेहरागांव की नदी में दशहरा और एकादशी के सिर्फ दो दिन होगा। दुर्गा उत्सव, रामलीला उत्सव और दशहरा के अवसर पर पुलिस व्यवस्था चाक चौबंद रहेगी।
ये आए बैठक में सुझाव
बैठक में पत्रकार प्रमोद पगारे ने कहा कि समिति की बैठक में हुए निर्णयों पर सबको पालन करना चाहिए। गणेशोत्सव के दौरान हुए निर्णयों को किसी ने नहीं माना था। उन्होंने कहा कि हम प्रयास करें कि रात 10 बजे तक लाउड स्पीकर को बंद कर दें। कोशिश करें कि हर कार्यक्रम तय समय पर हो जाएं। उन्होंने एसडीएम से अनुरोध किया कि हर व्यक्ति अनुमति के लिए होशंगाबाद नहीं जा सकता, ऐसे प्रयास करें कि इटारसी से ही अनुमति मिले। कलेक्टर से इस हेतु बातचीत करके अनुरोध किया जाए। सन् 2013 में भी यही व्यवस्था थी। दीपक अठौत्रा ने समिति सदस्यों से आग्रह किया कि वे मूर्ति स्थापना में ऐसे स्थानों का चयन करें जिससे आवागमन में बाधा उत्पन्न न हो।
टीआई विक्रम रजक ने बताया कि आचार संहिता के कारण इस वर्ष का उत्सव अन्य वर्षों से अलग होगा। इसलिए प्रयास करें कि आचार संहिता का किसी प्रकार से उल्लंघन न हो, यदि बाहर से टीम आती है तो हमें कार्रवाई करनी ही पड़ेगी। हम सादगी से त्योहार मनाएं, विसर्जन के लिए दो ही दिन तय हैं। एसडीओपी उमेश द्विवेदी ने कहा कि दुर्गा उत्सव समितियों को दो दिन के भीतर अनुमति के लिए आवेदन देना होगा, ताकि सभी आवेदनों को एक साथ अनुमति के लिए एसडीएम के पास भेजा जा सके। वहां से जो भी वैधानिक प्रक्रिया होगी, वह की जाएगी। उन्होंने बताया कि जुलूस के दौरान किसी प्रकार के हथियार के प्रदर्शन पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा, केवल प्रतीकात्मक रूप से इसे मूर्ति के पास रखा जा सकता है।